Vat Savitri 2025: वट सावित्री व्रत पर अखंड सौभाग्य का वरदान पाने के लिए महिलाएं करें ये खास उपाय
punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 07:18 AM (IST)

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Vat Savitri 2025: वट सावित्री व्रत हिंदू धर्म में स्त्रियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह व्रत विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और अखंड सौभाग्य की कामना से करती हैं। वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन वट वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व है। वट सावित्री व्रत की कथा के अनुसार, सावित्री ने अपने पति सत्यवान के प्राण यमराज से वापस पाने के लिए कठोर तपस्या और व्रत किया था। वट वृक्ष के नीचे बैठकर सावित्री ने उपवास किया और अपनी दृढ़ता से यमराज को प्रसन्न कर अपने पति के प्राण लौटाए। तभी से यह व्रत अखंड सौभाग्य और पति की लंबी आयु के लिए किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र मे वट सावित्री के दौरान कुछ खास उपाय करने से पति की लम्बी आयु का वरदान मिलता है। तो चलिए जानते हैं वट सावित्री व्रत के दिन महिलाओं को कौन से उपाय करने चाहिए।
Do these remedies on the day of Vat Savitri वट सावित्री के दिन करें ये उपाय
वट सावित्री व्रत के दिन परंपरा के अनुसार पुरुषों को पीपल वृक्ष और महिलाओं को वट वृक्ष की 108 बार परिक्रमा करनी चाहिए। परिक्रमा के दौरान लाल रंग का कच्चा सूत पेड़ पर लपेटना अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसा करने से दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बना रहता है।
ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन बेल के पेड़ के नीचे जरूरतमंदों को खीर चलाएं। ये उपाय पति की लम्बी उम्र के लिए बहुत सहायक होता है।
वट सावित्री व्रत के दिन बरगद के पत्ते पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर उस पर थोड़े से चावल के दाने और एक सुपारी रखें। इसके बाद इस पत्ते को मां लक्ष्मी को अर्पित करें। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में आर्थिक समृद्धि बनी रहती है और बरकत में वृद्धि होती है।
वट सावित्री व्रत के दिन शनि देव का आशीर्वाद पाने के लिए ऊँ श्रीं शं श्रीं शनैश्चराय नम: इस मंत्र का जाप करते हुए एक मुठ्ठी साबुत उड़द की दाल का दान करना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से सभी कार्यों में आ रही रुकावटें दूर हो जाती हैं।
जीवन में सुख-शांति को बनाए रखने के लिए वट सावित्री व्रत के दिन वट वृक्ष की पूजा करें। इसके बाद शाम के समय चंद्र देव को दूध से अर्घ्य अर्पित करें।
वट सावित्री व्रत के दिन वट वृक्ष की विधिपूर्वक पूजा करके व्रत का पालन करें। शाम के समय चंद्र देव को दूध से अर्घ्य अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख और शांति बनी रहती है।
Chant these mantras इन मंत्रों का करें जाप-
अवैधव्यं च सौभाग्यं देहि त्वं मम सुव्रते। पुत्रान् पौत्रांश्च सौख्यं च गृहाणार्घ्यं नमोऽस्तुते।।
यथा शाखाप्रशाखाभिर्वृद्धोऽसि त्वं महीतले।तथा पुत्रैश्च पौत्रैश्च सम्पन्नं कुरु मा सदा।।
इन मंत्रों का जाप करने से आपके वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है।