जीवन में पैदा वास्तु दोष को शिव भी करते हैं दूर जानिए, कैसे?
punjabkesari.in Saturday, Jan 04, 2020 - 03:41 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वास्तु शास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जिसमें दिशाओं से लेकर घर में पड़ी हर चीज़ का वहां रहने वालों के साथ संबंध तथा उन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अलावा हिंदू धर्म के एक ऐसे देव हैं जो आपकी लाइफ से हमेशा-हमेशा के लिए वास्तु दोष खत्म कर सकते हैं। जी हां, हिंदू धर्म की मानें तो देवों के देव महादेव आपके जीवन में मौज़ूद वास्तु दोष को दूर करने के साथ-साथ आपके जीवन में खुशियां ला सकते हैं। मगर कैसे, हम जानते हैं हर किसी के मन में यही प्रश्न आया होगा कि क्या ऐसा मुमकिन है। तो बता दें बिल्कुल। शास्त्रों में ऐसे कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपनाकर कोई भी बड़ी आसानी से तमाम तरह के वास्तु दोषों से मुक्ति पा सकता है।
सबसे पहले तो ये जान लें ये कि हिंदू धर्म तथा वास्तु शास्त्र में अध्यात्म के लिए सबसे अच्छी दिशा पूर्व को माना जाता है। वास्तु शास्त्र में बताया गया है घर के उत्तर-पूर्व कोने में कोई छोटा-सा जल स्रोत रखकर इस दिशा की ऊर्जा में वृद्धि की जा सकती है। इसके अलावा इसके लिए छोटे से कृत्रिम वाटर फाउंटेन का प्रयोग भी किया जा सकता है।
अर्द्धनारीश्वर की पूजा
घर की पूर्व दिशा में षिव शंकर की प्रतिमा स्थापित करे, ध्यान रहे ये मूर्ति सफ़ेद संगमरमर के पत्थर की बनी हो। कहा जाता है इससे अधिक मंगलकारी परिणाम प्राप्त होते हैं। पति-पत्नी के संबंधों में भी मधुरता आती है।
इस दिशा में लगाएं तुलसी का पौधा
वैसे तो आमतौर पर प्रत्येक घर में तुलसी का पौदा देखा जाता है परंतु इसे स्थापित करने के लिए सही दिशा का चयन अधिक ज़रूर होता है। कहा जाता है इसे हमेशा घर के उत्तर दिशा में मिट्टी के गमले में लगाना चाहिए। इससे घर के वातावरण की शुद्धि तो होती ही है साथ ही पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
रुद्राक्ष धारण करें
जिन लोगों के जीवन में किसी भी प्रकार का वास्तु दोष होता है उन्हें अपने गले या हाथ आदि पर रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। यह न केवल ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को दूर करता है बल्कि व्यक्ति के मन-मस्तिष्क को शांति और सुकून भी प्रदान करता है।
धतूरे का पौधा लगाएं
शिव भक्तों को पता ही होगा कि उन्हें धतूरा अतिप्रिय है, इसलिए इनकी पूजा में भी इसका प्रयोग करना आवश्यक माना जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति भयमुक्त होता है और साथ ही उसके जीवन में समस्त तरह की समस्याओं का निवारण होता है।