हाथ में कपूर रखकर करें इस मंत्र का जाप, भयानक से भयानक दर्द होंगे समाप्त

punjabkesari.in Monday, Feb 12, 2018 - 10:02 AM (IST)

कभी-कभी ऐसा होता है कि हम उपचार कराते-कराते थक जाते हैं फिर भी बीमारी नहीं जाती किंतु कोई टोटका कर दिया जाता है और बीमारी उडऩ छू हो जाती है। इसी प्रकार घर के वास्तुदोष को हटाने के भी कुछ टोटके हैं जिनके प्रयोग से कष्टों का निवारण होता है तथा सुख-समृद्धि एवं शांति की प्राप्ति होती है। पं. तृप्ति नारायण झा शास्त्री द्वारा रचित ‘टोटका विज्ञान’ के आधार पर कुछ महत्वपूर्ण एवं कल्याणकारी टोटके प्रस्तुत हैं:

घर के मुख्य द्वार पर तुलसी या केले का वृक्ष लगाने से शीघ्र उन्नति होती है तथा गृहक्लेश नहीं होता। मुख्य द्वार के दाहिनी ओर इन्हें लगाया जाना चाहिए।


मकान के मुख्य द्वार पर लाल रंग का रिबन (फीता) बांध देने से घर में सुख-शांति एवं धन की वृद्धि होती है।


दाहिने हाथ में (हथेली पर) कपूर रख कर ॐ नम: शिवाय का एक सौ आठ बार जाप करके कपूर को पानी में डालकर पी लेने से भयानक से भयानक दर्द समाप्त हो जाता है। मंत्र जप करते समय नजर कपूर पर ही टिकी रहनी चाहिए।


सुबह बिना बोले तथा बिना पीछे देखे गुड़ लेकर रास्ते पर जाएं तथा किसी चौराहे पर पहुंच कर उस गुड़ को मुंह से तोड़ कर दोनों ओर (आगे-पीछे) फैंक कर वापस घर आकर एक गिलास ताजा पानी पी लेने से सिरदर्द दूर हो जाता है। 


कमर या रीढ़ की हड्डी में दर्द होने पर ब्लैक बोर्ड पर लिखने वाले सफेद चॉक का टुकड़ा अपने पलंग या दरी के नीचे सिरहाने की तरफ रख कर सोने से सीने में दर्द से छुटकारा मिल जाता है।


अशोक के पत्तों अथवा आम, पीपल एवं कनेर के पत्तों को एक धागे से बांध कर उसका तोरण बना कर मकान के मुख्य द्वार पर लटकाने से घर में सुख व सम्पन्नता के साथ-साथ धन वृद्धि तथा मन की शांति प्राप्ति होती है।


अगर कोई बच्चा रात को सोते समय घबराहट महसूस करता है तो उसे सफेद चादर पर सुलाना चाहिए। अगर बच्चा रात में चौंक कर उठ जाता है तो उसे तुलसी की जड़ की माला (तुलसी माला) पहना देनी चाहिए। अगर बच्चा बहुत ही शरारती हो तो उसको नीले कपड़े नहीं पहनाएं। भयानक सपने आते हों तो बिस्तर के नीचे (पलंग के नीचे सिरहाने की ओर) तांबे के लोटे में गंगा जल भर कर रखें।


सफेद आक की जड़ की माला बनाकर बच्चे के गले में पहना देने से बच्चे को किसी भी प्रकार की नजर नहीं लगती।


आर्थिक तंगी के कारण अगर भूखंड में निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा हो तो शुक्ल पक्ष के हस्त नक्षत्र के दिन अनार के पौधे को ब्रह्मस्थल का भाग छोड़ कर किसी की जगह लगा देने से आर्थिक तंगी दूर होकर निर्माण कार्य की शुरूआत शीघ्र हो जाती है।


लोबान लजालू के पौधे की जड़ को काले धागे के साथ बांध देने से खांसी से छुटकारा मिलता है तथा सहदेवी की जड़ के सात टुकड़े करके लाल धागे में माला की तरह पिरोकर कमर में बांधने से अतिसार (अधिक दस्त) शांत होता है।


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