OMG! वास्तु के अनुसार Sharing की आदत व्यक्ति को कर देती है बर्बाद !
punjabkesari.in Wednesday, Nov 26, 2025 - 08:53 AM (IST)
Vastu Tips For Personal Items: वास्तु शास्त्र के अनुसार हर वस्तु में एक विशिष्ट ऊर्जा होती है। कुछ चीजें भाग्य और समृद्धि आकर्षित करती हैं, जबकि कुछ चीजों का गलत लेन-देन जीवन में बाधाएं, तनाव और आर्थिक संकट बढ़ा देता है। हिंदू शास्त्रों में कई ऐसी वस्तुओं का उल्लेख है जिन्हें कभी उधार नहीं देना चाहिए और न ही किसी से उधार लेना चाहिए। ऐसा करने से घर की सकारात्मकता घटती है और परिवार पर अशुभ प्रभाव पड़ता है। नीचे कुछ वस्तुएं बताई जा रही हैं, जिनका लेन-देन बिल्कुल अशुभ माना गया है।

सफेद खाने-पीने की चीजें – घर की बरकत कम कर देती हैं
दूध, दही, चावल, चीनी, नमक जैसी सफेद वस्तुएं चंद्रमा और शांति की ऊर्जा से जुड़ी होती है।
वास्तु नियम: शाम या रात को इन चीजों को घर से बाहर न तो किसी को दें और न ही खुद लेकर जाएं। यह समय ऊर्जा परिवर्तन का माना जाता है और सफेद वस्तुओं का इस समय लेन-देन घर की बरकत और धन प्राप्ति को कमजोर करता है। इन वस्तुओं को सुबह या दिन के समय देना शुभ रहता है।

झाड़ू – मां लक्ष्मी का प्रतीक, कभी उधार न दें
झाड़ू को घर की समृद्धि और लक्ष्मी का रूप माना गया है।
उधार देने से: धन कम होता है। बरकत घटती है। नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सकती हैय, यदि किसी को जरूरत हो, तो नई झाड़ू दें पर अपनी झाड़ू कभी न दें। किसी दूसरे की झाड़ू इस्तेमाल करने से उनके घर की ऊर्जा भी आपके जीवन को प्रभावित कर सकती है।

कलाई घड़ी – समय और भाग्य का प्रतीक
घड़ी सिर्फ समय बताने वाली वस्तु नहीं, बल्कि भाग्य और जीवन की गति का प्रतीक है।
वास्तु चेतावनी: अपनी घड़ी किसी को देने पर आप अपनी अच्छी ऊर्जा, समय और भाग्य भी दे देते हैं।
किसी और की घड़ी पहनने से उसकी अच्छी-बुरी ऊर्जा सीधे आपके जीवन में प्रवेश करती है इसलिए घड़ी का लेन-देन पूरी तरह निषिद्ध माना गया है।

रुमाल – भावनात्मक ऊर्जा को सोखने वाला
रुमाल व्यक्ति की भावनाओं, तनाव और मानसिक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
वास्तु के अनुसार: रुमाल किसी को देना अशुभ होता है। किसी का रुमाल इस्तेमाल करना और भी हानिकारक माना जाता है। उपहार में रुमाल देने से रिश्तों में कड़वाहट आ सकती है। रुमाल का आदान-प्रदान रिश्तों और मानसिक शांति दोनों को प्रभावित करता है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Content Writer
Niyati Bhandari