अगर आप भी कर रहे हैं शुभ कार्यों की शुरूआत तो ये समय है लाभदायक

punjabkesari.in Tuesday, Oct 01, 2019 - 02:44 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
नवरात्रि का पर्व चल रहा है और हिंदू धर्म में इस बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। नवरात्रि का पूरे 9 दिनों का अपने आप में एक अलग ही महत्व होता है। पूरे नौ दिनों तक माता के नाम के जयकारों से चारों दिशाएं गूंज उठती हैं। बहुत से लोग इस दौरान पूरे नौ दिनों तक व्रत भी करते हैं लेकिन जो लोग नहीं कर पाते वे केवल अंतिम दो दिनों तक भी व्रत कर सकते हैं। कहते हैं कि इस दौरान किया गया पूजा-पाठ मनोवांछित फल की प्राप्ति कराने वाला होता है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति के द्वारा की गई पूजा का उसे सही फल नहीं मिलता है। इससे कि वह निराश हो जाता है।
PunjabKesari
वास्तु के हिसाब से ऐसा कहा जाता है कि यह आवश्यक नहीं है कि आप कितने समय तक पूजा करते हैं, बल्कि आवश्यक यह है कि आप कितनी तन्मयता से पूजा करते हैं। सही स्थान पर बनाया गया पूजा स्थल आपको एकाग्रता प्रदान करता है, जिससे आपका पूजन फलदायी बनता है। आज हम आपको वास्तु के हिसाब से आपके पूजा घर से जुड़ी कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैं। 

जिस कक्ष में पूजा-स्थल बना हो, वहां सूर्य की रोशनी एवं ताजा हवा का समुचित प्रबंध हो। 
PunjabKesari
पूजा घर में मृतकों, पूर्वजों आदि के चित्र नहीं रखने चाहिए। 

वास्तु के अनुसार दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में पूजा स्थल या वेदी की स्थापना नहीं करनी चाहिए। यह पूजा सार्थक नहीं होती। इसी प्रकार दक्षिण-पश्चिम में की गयी पूजा अनावश्यक खर्चों को आमंत्रित करती है। 
PunjabKesari
किसी नए कार्य की शुरुआत या निवेश के लिए भी नवरात्रों को शुभ माना जाता है। मकान खरीदने जैसा अहम निर्णय अकसर लोग नवरात्रों में करना उचित समझते हैं। अगर आप भी इस नवरात्र मकान खरीदने या निर्माण आरंभ करने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ख्याल अवश्य रखें। भवन निर्माण के लिए खुदाई की शुरुआत सही दिशा से किया जाना आवश्यक है। यदि खुदाई अथवा नींव का कार्य गलत दिशा से आरंभ किया गया है तो ऐसे में निर्माण में अनावश्यक अड़चनों का सामना करना पड़ता है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Lata

Recommended News

Related News