Vastu Tips: घर की बरकत पर लग सकता है Break ! बाथरूम में न रखें ये वास्तु दोष बढ़ाने वाली चीजें
punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 08:55 AM (IST)

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Vastu Tips: वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा के संचार को संतुलित करने के लिए दिशा, स्थान और तत्वों की सम्यक व्यवस्था पर आधारित है। अक्सर लोग अपने घर को वास्तु के अनुसार सजाते हैं लेकिन बाथरूम को नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि वास्तु के अनुसार बाथरूम में की गई छोटी-छोटी गलतियां भी घर की बरकत, सुख-शांति और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। आज हम बात करेंगे उन चीजों की जो बाथरूम में रखने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होते हैं और जीवन में समस्याओं का कारण बनते हैं।
टूटा-फूटा सामान:
बाथरूम में टूटा हुआ दर्पण, बाल्टी, मग, नल या कोई अन्य सामान नकारात्मक ऊर्जा का संकेत होता है। वास्तु के अनुसार, टूटी हुई वस्तुएं घर में दरिद्रता को आमंत्रित करती हैं। इससे न केवल आर्थिक तंगी आती है, बल्कि पारिवारिक कलह भी बढ़ता है। अतः यदि बाथरूम में कोई चीज़ टूटी हुई है, तो उसे तुरंत बदल देना चाहिए।
बंद या लीकेज वाला नल
बाथरूम में टपकता हुआ नल वास्तु दोष का प्रतीक होता है। यह संकेत देता है कि घर से धन धीरे-धीरे बह रहा है। लगातार पानी की बर्बादी घर में लक्ष्मी के रुकने में बाधा बन सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि बाथरूम के सभी नल ठीक तरह से बंद हों और कोई लीकेज न हो।
गंदगी और अव्यवस्था
वास्तु शास्त्र में सफाई का विशेष महत्व है। गंदा बाथरूम न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि यह घर की ऊर्जा को भी दूषित करता है। बाथरूम हमेशा साफ, सूखा और सुव्यवस्थित होना चाहिए। नियमित रूप से फर्श की सफाई करें, टॉयलेट को सैनिटाइज करें और खराब गंध को दूर रखने के लिए सुगंधित अगरबत्ती या एयर फ्रेशनर का प्रयोग करें।
पुराने या गंदे तौलिए
अक्सर लोग बाथरूम में पुराने, फटे या गंदे तौलिए लटकाए रखते हैं। वास्तु के अनुसार, ऐसी चीजें नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। यह बीमारियों और मानसिक तनाव को जन्म देती हैं। तौलिए को समय-समय पर धोते रहें और फटे या पुराने तौलियों को हटा दें।
वॉशिंग मशीन का गलत स्थान
आजकल वॉशिंग मशीन को बाथरूम में रखना आम बात हो गई है लेकिन इसका स्थान भी वास्तु के अनुसार होना चाहिए। यदि वॉशिंग मशीन दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखी हो तो यह घर के मुखिया की मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकती है। बेहतर होगा कि इसे उत्तर-पश्चिम या उत्तर दिशा में रखें।
बाथरूम में पूजा से जुड़ी या धार्मिक वस्तुएं न रखें
कई बार लोग सफाई के चक्कर में कुछ धार्मिक चित्र, मूर्तियाँ या किताबें बाथरूम में रख देते हैं या भूल से चला जाता है। वास्तु के अनुसार यह बहुत बड़ा दोष है। बाथरूम को अपवित्र स्थान माना गया है, वहां किसी भी धार्मिक वस्तु का रखा जाना ऊर्जा संतुलन को बिगाड़ता है।
शीशे का गलत स्थान
बाथरूम में शीशा होना सामान्य है, लेकिन इसका स्थान बहुत मायने रखता है। वास्तु के अनुसार, शीशा उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए। यदि शीशा दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगा हो तो यह रिश्तों में दूरी या तनाव ला सकता है।