Vastu Tips: घर के मेन गेट पर भूलकर भी न करें ये गलती, नहीं तो मां लक्ष्मी मोड़ लेंगी अपना मुंह
punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2024 - 08:20 AM (IST)
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Vastu Tips: घर की मुख्य द्वार के बारे में भारतीय वास्तु शास्त्र में विशेष ध्यान दिया गया है क्योंकि इसे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। यदि मेन गेट के संबंध में कुछ गलतियां की जाती हैं तो इसका न केवल घर की सुख-शांति पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि यह आर्थिक और मानसिक समस्याओं को भी उत्पन्न कर सकता है। आज इस आर्टिकल में बात करेंगे उन महत्वपूर्ण वास्तु दोषों के बारे में बताएंगे जिन्हें घर के मुख्य द्वार पर भूलकर भी न करना चाहिए, ताकि मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे और घर में समृद्धि और सुख-शांति बनी रहे।
मुख्य द्वार का बंद या टूटना
वास्तु के अनुसार, यदि घर का मुख्य द्वार टूटा हुआ या बंद हो, तो यह नकारात्मक ऊर्जा का संकेत माना जाता है। यह न केवल घर में प्रवेश करने वाली सकारात्मक ऊर्जा को रोकता है बल्कि घर में आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव भी उत्पन्न कर सकता है। यदि मुख्य द्वार टूट गया है या उसकी स्थिति खराब हो गई है, तो इसे जल्द से जल्द ठीक करना चाहिए। यदि यह संभव न हो तो उस द्वार का उपयोग न करें और एक नया द्वार बनवाएं।
मुख्य द्वार पर अतिक्रमण
घर के मुख्य द्वार के पास कोई भी अतिक्रमण या अव्यवस्थित चीजें रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह वास्तु दोष घर के वातावरण को दूषित करता है और घर के सदस्यों के बीच कलह और परेशानी को बढ़ाता है। इस दोष से बचने के लिए, मुख्य द्वार के आसपास की जगह साफ-सुथरी और खुली रखनी चाहिए। किसी भी प्रकार के कचरे या अव्यवस्थित चीजों को मुख्य द्वार के पास रखने से बचें।
मुख्य द्वार का सही दिशा में न होना
वास्तु के अनुसार, घर का मुख्य द्वार एक विशिष्ट दिशा में होना चाहिए। मुख्य द्वार को उत्तर, पूर्व या आंतरदक्षिण दिशा में बनवाना शुभ माना जाता है। यदि द्वार इन दिशाओं के विपरीत किसी अन्य दिशा में है, तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश कराता है और यह आर्थिक संकट, स्वास्थ्य समस्याओं और मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित करें कि मुख्य द्वार पर कोई भारी वस्तु, जैसे कि पेड़ या दीवार, का साया नहीं पड़ता हो।
मुख्य द्वार पर बेल या घंटी का न होना
घर के मुख्य द्वार पर बेल या घंटी होना एक महत्वपूर्ण वास्तु शास्त्र का अंग है। यह द्वार के माध्यम से घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा को सक्रिय करता है और घर में खुशहाली लाता है। यदि मुख्य द्वार पर घंटी या बेल न हो, तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचय कर सकता है और घर के लोगों को असमर्थता और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, द्वार पर घंटी लगाना एक अच्छा उपाय है।
मुख्य द्वार पर अंधेरा होना
यदि मुख्य द्वार पर पर्याप्त रोशनी का इंतजाम न हो या वहां अंधेरा रहता हो, तो यह वास्तु दोष उत्पन्न कर सकता है। अंधेरे में प्रवेश करना नकारात्मक ऊर्जा का संकेत माना जाता है और यह घर के वातावरण को खराब करता है। मुख्य द्वार पर अच्छी रोशनी होनी चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे और घर में खुशहाली का वातावरण बना रहे।
मुख्य द्वार पर घर के अंदर की ओर झूलते हुए पर्दे या अन्य चीजें
घर के मुख्य द्वार के पास झूलते हुए पर्दे या किसी अन्य वस्तु का होना भी एक वास्तु दोष माना जाता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और घर में नकारात्मक प्रभाव डालता है। अगर मुख्य द्वार के पास पर्दा या कोई अन्य चीज झूल रही हो, तो उसे हटाकर या व्यवस्थित करके रखें।
मुख्य द्वार पर आंकड़े या दुर्भाग्य का प्रतीक होना
घर के मुख्य द्वार पर ऐसी किसी भी वस्तु को न लगाएं जो अशुभ या दुर्भाग्य का प्रतीक हो। जैसे कि नकारात्मक चित्र, धनुर्धारी राक्षस, आदि। इन चीजों को द्वार पर रखने से घर में नकारात्मकता आती है और परिवार के सदस्यों को मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
मुख्य द्वार की ओर घुमा हुआ बड़ या दीवार होना
मुख्य द्वार पर घुमा हुआ बड़ या दीवार का होना भी वास्तु दोष उत्पन्न करता है। अगर द्वार की दिशा में ऐसी कोई रुकावट हो तो घर में लक्ष्मी का वास नहीं हो पाता और घर में आर्थिक संकट और परेशानियां आ सकती हैं। यह दोष दूर करने के लिए, घर के मुख्य द्वार के पास इस प्रकार की रुकावटों को हटाना चाहिए।
मुख्य द्वार पर कंटीले पौधे होना
घर के मुख्य द्वार पर कंटीले पौधे रखना भी वास्तु के अनुसार शुभ नहीं माना जाता। कंटीले पौधे न केवल नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं बल्कि ये घर के सदस्यों के बीच झगड़े और विवाद का कारण भी बन सकते हैं। इसके बजाय, मुख्य द्वार के पास हरे-भरे पौधे या फूलों के पौधे लगाए जा सकते हैं जो सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।