Varadharaja Perumal Temple: कांचीपुरम का वरदराज पेरुमल मंदिर है बेहद खास, 40 वर्ष में एक बार पूजे जाते हैं इष्टदेव
punjabkesari.in Friday, Sep 06, 2024 - 12:25 PM (IST)
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वरदराज पेरुमल मंदिर भारत के तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम तीर्थ नगर में स्थित भगवान विष्णु को समर्पित एक हिन्दू मंदिर है। यह दिव्य देशम में से एक है। यह कांचीपुरम के जिस भाग में है, उसे विष्णु कांची भी कहा जाता है। तमिल भाषा में मंदिर को अनौपचारिक रूप से पेरुमल कोइल के नाम से भी बुलाया जाता है। यह मंदिर पल्लवों द्वारा बनाया गया था। इसके पांच घेरे हैं। 100 स्तम्भों वाला एक हॉल भी है। इसकी बाहरी दीवारें बेहद विशाल हैं।
श्री वरदराज पेरुमल मंदिर की ऐतिहासिक उत्पत्ति लगभग 1000 वर्षों पुरानी मानी जाती है। इस मंदिर का निर्माण चोल साम्राज्य के समय हुआ था और बाद में विजयनगर साम्राज्य के शासनकाल में इसे महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र के रूप में स्थापित किया गया। कहा जाता है कि इस मंदिर का प्रांगण और मंदिर के अन्य हिस्से कई बार पुनर्निर्मित किए गए हैं, लेकिन इसकी आस्था और धार्मिक महत्व समय की धारा में स्थिर रहे हैं।
मंदिर की संरचना अत्यंत भव्य और दिव्य है। यहाँ भगवान वरदराज पेरुमल की मूर्ति एक उत्कृष्ट कला का उदाहरण है, जिसमें भगवान विष्णु को एक विशेष रूप में दर्शाया गया है। मूर्ति को सोने की परतों से सजाया गया है और इसके चारों ओर एक विशाल और खूबसूरत मंदिर परिसर फैला हुआ है। मंदिर में एक विशाल प्रांगण, रंगीन चित्रकारी से सजी दीवारें और कई छोटे-छोटे चैपल हैं।
श्री वरदराज पेरुमल मंदिर का धार्मिक महत्व बहुत गहरा है। इसे भगवान विष्णु के 108 दिव्य तीर्थ स्थलों में एक माना जाता है। भक्तों का मानना है कि यहाँ दर्शन करने से उनके सभी पाप समाप्त हो जाते हैं और उन्हें सच्ची शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस मंदिर का संबंध भगवान विष्णु के 'सर्वशक्तिमान' रूप से जोड़ा जाता है, और यह जगह उनके भक्तों के लिए आस्था और भक्ति का केन्द्र है।