जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर दिखा चीलों का झुंड, भविष्य मालिका की भविष्यवाणियां फिर बनी चर्चा का विषय !
punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 04:01 PM (IST)
Jagannath Temple eagle viral video: हाल ही में, ओडिशा के पुरी स्थित विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर चीलों का एक बड़ा झुंड देखे जाने की घटना सामने आई है। यह घटना सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया में तेज़ी से फैल रही है। जिसके बाद प्राचीन ओडिया ग्रंथ भविष्य मालिका की भविष्यवाणियां एक बार फिर लोगों के बीच गहन चर्चा का विषय बन गई हैं। यह घटना इसलिए असाधारण मानी जाती है, क्योंकि मंदिर के शिखर पर चील या किसी अन्य पक्षी का बैठना या वहां झुंड बनाना अत्यंत दुर्लभ माना जाता रहा है।
क्या है भविष्य मालिका और भविष्यवाणी?
भविष्य मालिका एक प्राचीन, रहस्यमयी ओडिया ग्रंथ है, जिसकी रचना 15वीं और 16वीं शताब्दी में ओडिशा के पांच महान संतों द्वारा की गई थी। इस ग्रंथ में भगवान जगन्नाथ और कलियुग के अंतिम चरण से जुड़ी कई भविष्यवाणियां की गई हैं।
मंदिर के शिखर और चीलों से जुड़ी भविष्यवाणी
भविष्य मालिका के जानकारों और अनुयायियों के अनुसार, इस ग्रंथ में एक संकेत दिया गया है कि जब जगन्नाथ मंदिर के नीलचक्र के पास कौवे या अन्य पक्षियों का झुंड बार-बार दिखाई देने लगे, तो यह कलियुग के चरम और आने वाली बड़ी उथल-पुथल का संकेत होता है। यह भविष्यवाणी आमतौर पर बड़े प्राकृतिक परिवर्तनों, महामारी, या किसी बड़े संकट से जुड़ी होती है, जिसके बाद धर्म की पुनः स्थापना होगी।
घटना का महत्व और चर्चा का कारण
जगन्नाथ मंदिर की एक अनोखी विशेषता यह है कि इसके शिखर पर न तो कोई पक्षी बैठता है और न ही विमान इसके ऊपर से उड़ते हैं। शिखर पर चीलों का बड़ा झुंड दिखाई देना इसी प्राचीन मान्यता के विपरीत माना गया, जिससे लोगों में कौतूहल और डर पैदा हुआ। भविष्य मालिका के अनुयायी मानते हैं कि यह घटना इस बात का संकेत है कि 'महामारी' या 'उथल-पुथल' का समय निकट है, जैसा कि पंचसखा संतों द्वारा बताया गया था। यह उन्हें धार्मिक अनुष्ठानों और सत्य के मार्ग पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करता है। यह घटना सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि लाखों भक्तों के लिए आध्यात्मिक चिंता का विषय बन गई है, जो मानते हैं कि उनके आराध्य देव उन्हें किसी बड़ी आसन्न घटना के बारे में संकेत दे रहे हैं।
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