Vaishakh Purnima: वैशाख पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी के दिल तक पहुंचने के लिए अपनाएं ये रास्ता
punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 06:43 AM (IST)

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Vaishakh Purnima 2025: कहते हैं दिल का रास्ता पेट से होकर गुज़रता है। तभी तो स्वादिष्ट भोजन के माध्यम से किसी का भी दिल जीता जा सकता है। माता लक्ष्मी के प्रिय दिनों में से एक है वैशाख पूर्णिमा, जो 12 मई को पड़ रही है। इस रोज मां के दिल तक पहुंचने के लिए उन्हें उनके प्रिय भोज्य पदर्थ अर्पण करने चाहिए। जिससे आपके घर में सदा के लिए सुख-समृद्धि और संपन्नता का वास हो सके।
वैशाख पूर्णिमा का बड़ा महत्व है। इस दिन दान-पुण्य और धर्म-कर्म के अनेक कार्य किये जाते हैं। इसे सत्य विनायक पूर्णिमा भी कहा जाता है। वैशाख पूर्णिमा पर ही भगवान विष्णु का तेइसवां अवतार महात्मा बुद्ध के रूप में हुआ था इसलिए बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।
Maa Lakshmi likes this food very much माता लक्ष्मी को बहुत पसंद है ये भोजन- बताशा, खीर (केसर भी डाल सकते हैं), सफेद रंग की मिठाई, दूध और दूध से बने पदार्थ और नारियल।
Maa Lakshmi loves these flowers मां लक्ष्मी को प्यारे हैं ये फूल- कमल और गुलाब का फूल।
Donate these things on the day of Vaishakh Purnima वैशाख पूर्णिमा के दिन करें इन चीजों का दान- वस्त्र (सफेद रंग के हो तो आति उत्तम है), धन, अन्न, बर्तन, तिल, जौ, गुड़, सत्तू, जल, अनाज और फल।
Do this work on the day of Vaishakh Purnima वैशाख पूर्णिमा के दिन करें ये काम- वैशाख पूर्णिमा के दिन प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व किसी पवित्र नदी, जलाशय, कुआं या बावड़ी में स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए।
सूर्य मंत्र- ॐ सूर्याय नम: । ॐ घृणि सूर्याय नम: । ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।। ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
स्नान के पश्चात व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए।
इस दिन धर्मराज के निमित्त जल से भरा कलश और पकवान देने से गोदान के समान फल मिलता है।
5 या 7 जरुरतमंद व्यक्तियों और ब्राह्मणों को शक्कर के साथ तिल देने से पापों का क्षय होता है।
इस दिन तिल के तेल के दीपक जलाएं और तिलों का तर्पण विशेष रूप से करें।
इस दिन व्रत के दौरान एक समय भोजन करें।