Tulsidaas Jayanti 2021: जानिए किस दिन हुआ था गोस्वामी तुलसीदास का जन्म?

punjabkesari.in Saturday, Aug 14, 2021 - 03:30 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
धार्मिक मान्याओं के अनुसार प्रत्येक वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को तुलसीदास जयंती मनाई जाती है। कहा जाता है इनका जन्म 1554 में हुआ था, जिन्हें 16वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ कवियों में से एक माना गया है। 15 अगस्त रविवार को इस वर्ष की तुलसीदास जयंती का पर्व मनाया जाएगा। प्राचीन समय के साथ-साथ वर्तमान समय में भी तुलसीदास जी की रचनाएं काफी लोक प्रिय है। बता दें इन्होंने ही हिंदू धर्म के प्रमुख  ग्रंथ श्री राम चरित्र मानस की रचना की थी। तो वहीं इनके बारे में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार संत कवि तुलसीदास ने मात्र 'श्रीरामचरित मानस' ही नहीं लिखा, बल्कि 'दोहावली', 'गीतावली', 'विनयपत्रिका', 'कवित्त रामायण', 'बरवै रामायण', 'जानकीमंगल', 'रामललानहछू', 'हनुमान बाहुक', 'वैराग्य संदीपनी' जैसी भक्ति व अध्यात्म की कृतियां भी लिखीं। आइए जानते हैं इनसे जुड़ी अन्य जानकारी- 

गोस्वामी तुलसीदास श्री संप्रदाय के आचार्य रामानंद की शिष्य-परंपरा में दीक्षित थे। लोक मत के अनुसार, उन्होंने उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद के राजापुर में मां हुलसी के गर्भ से विक्रम संवत 1554 की श्रावण शुक्ला सप्तमी के दिन मूल नक्षत्र में जन्म लिया था। इनसे जुड़ी अन्य किंवदंतियों की मानें तो तुलसीदास जन्म लेने पर तुलसी रोए नहीं, बल्कि उन्होंने 'राम' नाम का उच्चारण किया था, जन्म से ही इनके मुख में 32 दांत मौजूद थे।

बताया जाता है इन्होंने जब रामचरित मानस की रचना की, उस समय संस्कृत भाषा का प्रभाव था, इसलिए आंचलिक भाषा में होने के कारण 'श्रीरामचरितमानस' को शुरू में मान्यता नहीं मिली, जबकि वह जन-जन में खूब लोकप्रिय हुआ। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार विक्रम संवत् 1680 को श्रावण कृष्ण तृतीया के दिन उन्होंने शरीर त्याग दिया, किंतु उन्होंने श्रीराम के रूप में आदर्शों का एक दर्पण दिया है, उसमें हर कोई अपना स्वरूप देखकर वैसा बनने का प्रयास कर सकता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Jyoti

Related News