Tripura Bhairavi Jayanti: तंत्र साधना से जुड़ी विधियों से प्राप्त करें देवी त्रिपुर भैरवी की कृपा
punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2024 - 07:35 AM (IST)
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Tripura Bhairavi Jayanti 2024: त्रिपुर भैरवी जयंती एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, जो शक्ति, तंत्र और साधना के प्रतीक देवी त्रिपुर भैरवी के उपासकों के लिए खास है। यह दिन आत्मिक उन्नति, मानसिक शांति और शक्ति साधना की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इस दिन विशेष रूप से उग्र और तंत्र साधना से जुड़ी विधियों के माध्यम से देवी त्रिपुर भैरवी की कृपा प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है। त्रिपुर का अर्थ है तीन लोक और भैरवी का अर्थ है भय को हरने वाली देवी इसलिए उन्हें तीनों लोकों की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है, जो अपने भक्तों को भय और बुराई से मुक्त करती हैं।
मां त्रिपुर भैरवी महाकाली का अवतार मानी जाती हैं और शक्ति की देवी के रूप में उनकी पूजा की जाती है। त्रिपुर भैरवी को देवी दुर्गा के भैरव रूप के रूप में जाना जाता है, जो अजेय, उग्र और अद्वितीय शक्ति की प्रतीक हैं। त्रिपुर भैरवी को तंत्र विद्या, शक्ति साधना और आध्यात्मिक उन्नति के मार्ग में महत्वपूर्ण माना जाता है। वे एक ऐसी देवी हैं जो बुराई और अधर्म का संहार करती हैं और अपने भक्तों को मानसिक और शारीरिक रूप से बल प्रदान करती हैं। त्रिपुर भैरवी देवी के साथ विशेष रूप से तंत्र-मंत्रों और साधना विधियों का संबंध होता है। त्रिपुर भैरवी जयंती तंत्र साधना के लिए उपयुक्त मानी जाती है क्योंकि इस दिन देवी त्रिपुर भैरवी की पूजा करने से विशेष पुण्यों की प्राप्ति होती है।
Significance of Tripur Bhairavi Jayanti त्रिपुर भैरवी जयंती का महत्व: त्रिपुर भैरवी जयंती का मुख्य उद्देश्य शक्ति की उपासना, उग्र रूपों में तप और साधना द्वारा आत्मिक उन्नति प्राप्त करना होता है। इस दिन भक्त विशेष रूप से देवी के उग्र रूप की पूजा करते हैं और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन में बाधाओं को दूर करने के लिए तंत्र साधना का सहारा लेते हैं।
त्रिपुर भैरवी जयंती का पर्व विशेष रूप से तंत्र, मंत्र और सिद्धि प्राप्ति की साधना से जुड़ा हुआ है, जो मानसिक बल, आत्मविश्वास और समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए महत्व रखता है।