कल बनेंगे दो खास योग, नीरस दांपत्य और शनि बाधा से मिलेगी मुक्ति

punjabkesari.in Friday, Nov 24, 2017 - 09:15 AM (IST)

कल शनिवार दि॰ 25.11.17 मार्गशीर्ष की सप्तमी पर श्रवण नक्षत्र पड़ने के कारण प्रातः 07:57 से लेकर दिन 12:49 तक सर्वार्थसिद्धि योग व रवियोग पड़़ रहा है। इस उपलक्ष में राधा-कृष्ण युगल का विशेष पूजन करना श्रेष्ठ रहेगा। मार्गशीर्ष माह में ब्रजमंडल में राधाकृष्ण युगल का विशेष पूजन होता है। मान्यता के अनुसार इस पूरे माह बांकेबिहारी रात्रि में निधिवन में विहार करते हैं। निधिवन में बांकेबिहारी के प्रकट स्थान पर इसी माह में विहार पंचमी को दूध से विशेष अभिषेक होता है। ब्रजमंडल में मार्गशीर्ष माह का महत्त्व जन्माष्टमी के समान है। मान्यतानुसार आज से लगभग पांच शताब्दी पूर्व राधा रानी की सखी ललिता ने स्वामी हरिदास के रूप में अवतार लिया था। स्वामी हरिदास वृन्दावन के निधि वन के एकांत में अपने दिव्य संगीत से प्रिया-प्रियतम युगल को रिझाते थे। श्रीकृष्ण का बांकेबिहारी स्वरूप राधा व कुंजबिहारी का सम्मिलित स्वरूप है। श्रीबांकेबिहारी का विग्रह श्रीयुगल का एक साथ साक्षात्कार देता है। बांकेबिहारी का पूजन राधा-कृष्ण का एकसाथ पूजन माना जाता है। बांकेबिहारी के विशेष पूजन उपाय से निसंतानों को संतान सुख मिलता है। नीरस दांपत्य में प्रेम बढ़ता है व शनि की बाधा से मुक्ति मिलती है।

  
विशेष पूजन: श्री बांकेबिहारी का विधिवत दशोपचार पूजन करें, तिल के तेल का दीप करें, लोहबान से धूप करें, पीपल के पत्ते चढ़ाएं। काजल चढ़ाएं। तुलसी पत्र, बादाम व मिश्री का भोग लगाएं। तथा तुलसी माला से इस विशिष्ट मंत्र का 108 बार जाप करें। इसके बाद भोग काली गाय को खिला दें। 


जन मंत्र: श्री राधारमण मथुरानाथाय नमः॥

पूजन मुहूर्त: प्रातः 08:30 से प्रातः 09:30 तक। 


उपाय
शनि के बाधा से मुक्ति हेतु श्रीबांकेबिहारी पर चढ़े 7 लौंग जलप्रवाह करें। 


नीरस दांपत्य से मुक्ति हेतु श्रीबांकेबिहारी पर चढ़े लाल-सफेद 2 फूल बेडरूम में रखें।


संतान सुख प्राप्ति के लिए श्रीबांकेबिहारी पर चढ़े 5 केले 5 बच्चों को खिलाएं।

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

 


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