मकर संक्रांति पर बन रहा है ये खास योग, ऐसे उठाएं इसका लाभ
punjabkesari.in Tuesday, Jan 07, 2020 - 11:29 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
धार्मिक परंपराओं के अनुसार लोहड़ी के ठीक अगले दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। हिंदू धर्म के अन्य त्यौहारों की तरह इस पर्व का भी अधिक महत्व है। बता दें देश के विभिन्न हिस्सों में इसे अलग-अलग प्रकार से मनाया जाता है। परंतु इस दिन पावन नदियों में स्नान करने की परंपरा लगभग हर जगह प्रचलित है। मान्यता है कि इस दिन पावन नदियों में स्नान करने से जातक को पुण्य की प्राप्ति होती है। बताते चलें इस दिन सूर्य मकर राशि में परिवर्तन करता है जिसे सूर्य उत्तरायण कहा जाता है। जिस कारण इस दिन को और ज्यादा विशेषता प्रदान है। तो वहीं अगर इस बार की मकर संक्रांति की बात करें तो कहा जा रहा है इस दिन बुधादित्य नामक योग बन रहा है जिस कारण ये दिवस और खास कहला रहा है। तो आइए जानते हैं इस खास योग से कैसे लाभ पाया जा सकता है।
ज्योतिष विद्वानों की मानें तो इस योग का ज्योतिष शास्त्र में वर्णन किया गया है जिसके अनुसार ये बहुत ही शुभ है। इसके अलावा उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र से वर्धमान नामक शुभ योग भी बन रहा है।
ज्योतिषशास्त्र में इस योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके अलावा उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र होने से वर्धमान नाम का एक शुभ योग और बन रहा है। इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी, बुधवार को मनाई जाएगी। साथ ही साथ आपकी जानकारी के लिए बता दें सूर्य कर्क से धनु राशि तक जब भ्रमण करता है तो दक्षिणायन सूर्य होता है। मकर संक्रांति से देवताओं के दिन और दैत्यों की रात शुरू हो जाती है। यही कारण है कि इस दिन से तमाम तरह के शुभ व धार्मिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, यज्ञोपवीत, मूर्ति प्रतिष्ठा करने जैसे शुभ कार्य संक्रांति के बाद शुरू हो जाते हैं।
दान का महत्व
स्नान आदि के साथ-साथ मकर संक्रांति का दिन दान-पुण्य के लिए भी सबसे अच्छा माना जाता है। साथ ही साथ इस खास दिन सूर्य देव को अर्घ्य देना भी लाभकारी माना जाता है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार इस बार मकर संक्रांति के दिन विशेष पुण्यकाल 8 बजकर 14 मिनट से सूर्यास्त तक रहेगा। जिस दौरान आप दान पुण्य तीर्थ स्नान, दान, तुलादान, गौदान, स्वर्ण दान, जाप, हवन आदि कर सकते हैं। खासतौर पर इस दिन गरीबों को कंबल, ब्राह्मणों को खिचड़ी व तिल गुड़ का दान करने का विधान बताया गया है। अगर इतना कुछ करना संभव न हो तो अपनी क्षमता अनुसार गरीबों को दान करें। ऐसी मान्यता है इस दिन सच्चीव शुद्ध व भाव से किया स्नान-दान व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति करवाता है।
मकर संक्रांति पर शुभ कार्य करने का फल
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व सर्व सुख प्रदान करने वाला माना गया है। इस दिन दान-पुण्य करने वाले जातक को विशेष फल की प्राप्ति होती है। चूंकि इस बार वाहन गर्दभ होगा और इस कारण निर्माण गतिविधियों में बढ़ोतरी के आसार अधिक होंगे। इसके अलावा पांडुर वस्त्र धारण करने से महंगाई में वृद्धि होती है। तो वहीं ज्योतिषाचार्यों के अनुसार मकर संक्रांति के खास पर्व पर केतकी के फूल से शिव शंकर की आराधना करने से सुख की प्राप्ति होती है।