महिलाओं से जुड़े ये स्वप्न बदल देते हैं Life
punjabkesari.in Friday, Mar 26, 2021 - 11:24 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सपने तो हर किसी को आते हैं, मगर इन सपनों के बारे में हर कोई पूरी जानकारी नहीं रखता। दरअसल स्वप्न शास्त्र में इनके बारे में अच्छे से वर्णन किया गया है। इसमें कई तरह के सपनों के बारे में बताया गया है। तो आइए जानते हैं कि कुछ सपनों के बारे में जो किसी न किसी बात की ओर संकेत करते हैं। बता दें ये स्वप्न महिलाओ से संबंधित है।
कष्ट या रोग से मुक्त होने के स्वप्न
जो व्यक्ति स्वप्न में विषपान करके मृत्यु को प्राप्त होते हुए अपने-आपको देखता है, वह रोग या अन्य कष्ट से मुक्त होकर सुख प्राप्त करता है।
जो व्यक्ति स्वप्न में कुमकुम लगाकर अपने दाह-संस्कार को देखता है, वह कष्ट से मुक्त हो जाता है।
जो व्यक्ति स्वप्न में देवताओं को, साधुओं को, माता को अथवा पिता को श्रद्धा-भक्ति सहित देखता व सम्मान करता है उसके रोग नष्ट हो जाते हैं। इसके विपरीत वह उनको अपमानित करता है तो वह रोगी हो जाता है।
सम्मान व सुखप्रद स्वप्न
जो व्यक्ति स्वप्र में ठंडे जल से स्नान करता है अथवा ठंडे जल में क्रीड़ा करता है, उसे जीवन सुख और उन्नति के अवसर मिलते रहते हैं, तरक्की होती है।
काला अगर, कपूर, कस्तूरी, चंदन, मेघ किसी स्वप्र में दिखते हैं अथवा जो इनका मर्दन करता है उसे समाज में सम्मान और सुख प्राप्त होते हैं।
मित्रों, हितैषी बंधुओं, सजी-संवरी स्त्रियों और कमल के पुष्पों का स्वप्र में दर्शन शुभ फल का सूचक होता है।
जो व्यक्ति स्वप्र में गाय दुहने के बर्तन में झाग वाले दूध को पीता है उसे जीवन में सुखद अवसर मिलते हैं।
केला, अनार, संतरा, मातुलुंग को जो स्वप्र में देखता या खाता है , उसके मनोरथ सफल होते हैं।
यदि ऊपर लिखित वृक्ष, पुष्प अथवा फल स्वप्र में दिखाई देते हैं तो व्यक्ति का अमंगल नहीं होता।
स्वप्र में यदि कोई व्यक्ति अपने-आपको अच्छे वस्त्र पहने व्यक्तियों के द्वारा पूजित होते देखता है तो उसे सम्मान व शुभ फल प्राप्त होता है।
स्त्री लाभ के स्वप्न
जो व्यक्ति कामातुर होकर वशीकरण का प्रयोग कर रहे होते हैं या विवाह होने के लिए कोई अनुष्ठान करते हैं, उनको यदि स्वप्र आते हैं तो उसका प्रयोग सफल होता है।
जिनको स्वप्र में मक्खी-मच्छर, डांच या खटमल खा जाते हैं या लिपट जाते हैं, उन्हें उत्तम स्त्री प्राप्त होती है।
जो व्यक्ति वीणा हाथ में लेकर जगता है, अर्थात हाथ में वीणा धारण किए हुए से स्वप्र देखता है और उसी समय जग भी जाता है तो स्त्री लाभ होता है।
जो व्यक्ति स्वप्र में किसी सुंदर पक्षी या पशु को हाथ से छूता हुआ जागता है, उसे उत्तम स्त्री प्राप्त होती है।
स्वप्र में जो व्यक्ति सुंदर, रूपवती, सुडौल स्त्रियों के साथ आङ्क्षलगन, कुच-मर्दन या अन्य कामुक क्रीड़ा करता है, उसे स्त्री लाभ होता है।
विद्या-प्राप्ति सूचक स्वप्न
स्वप्र में जो व्यक्ति गेहूं, जौ, सरसों को देखता है, छूता है या प्राप्त करता है उसको विद्या प्राप्त होती है।
जो व्यक्ति वैकुंठधाम को, बैकुंठ में अधिष्ठित चतुर्भुज विष्णु को स्वप्र में देखता है, उसे सास्वत मंत्री की उपासना में अथवा विद्या या योग साधना में सफलता प्राप्त होती है।
स्वप्र में जो लक्ष्मी को, सरस्वती को, सूर्यदेव को, अपने कुलदेवता को देखता है और जाग जाता है, उसे विद्या और यश प्राप्त होता है।
स्वप्र में जो देवताओं द्वारा दिए गए अमृत का पान करता है, उसे विद्या व यश प्राप्त होता है।
स्वप्र में जो व्यक्ति नीचे धरती से गिरकर फिर उछल आता है, उसकी बुद्धि विकसित होती है, ज्ञान प्राप्त होता है और उन्नति होती है।-पं. शशि मोहन बहल