Suryamukhi Hanuman: Good Luck के लिए घर में स्थापित करें सूर्यमुखी हनुमान जी का रूप
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 01:47 PM (IST)

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Suryamukhi hanuman ji ki photo: सूर्यमुखी हनुमान जी का रूप केसरी नंदन का एक विशेष स्वरूप होता है। जिसमें उनके चेहरे पर सूर्य का प्रभाव या उनके साथ सूर्य के कनेक्शन को प्रमुख रूप से दर्शाया गया है। यह रूप उनकी शक्तियों और उनके अद्वितीय गुणों को प्रकट करता है। सूर्यमुखी हनुमान जी को घर में रखा जा सकता है और यह घर के वातावरण को सकारात्मक बना सकता है, बशर्ते इसे उचित दिशा और सम्मान से रखा जाए। सही दिशा में उनकी उपस्थिति आपके जीवन में आत्मविश्वास, समृद्धि और शांति लाने में सहायक हो सकती है।
हनुमान जी के सूर्य मुखी रूप का संबंध उनके भीतर छुपी आत्मविश्वास, शक्ति और आत्म-निर्भरता से है। सूर्य का संबंध प्रकाश, ऊर्जा और सकारात्मकता से होता है और यह विशेष रूप से आपकी आंतरिक ऊर्जा को प्रकट करने में सहायक होता है। सूर्यमुखी हनुमान जी घर में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। परिवार के मानसिक तनाव को कम करता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है और कार्यों में सफलता की ओर मार्गदर्शन करता है। सूर्यमुखी हनुमान जी को घर में विराजित करने से पहले कुछ वास्तु शास्त्र संबंधी विशेषताएं हैं, जिनका ध्यान रखना चाहिए, ताकि उनका सकारात्मक प्रभाव अधिकतम हो:
पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा: सूर्य से जुड़ी वस्तुएं जैसे सूर्य मुखी हनुमान जी की मूर्ति या चित्र को पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना सबसे अच्छा माना जाता है। इन दिशाओं में सूर्य की ऊर्जा का प्रभाव सबसे अधिक होता है, जो घर के सभी सदस्यों को मानसिक शांति, शक्ति और सफलता प्रदान करता है।
प्रकाश और ताजगी: चूंकि सूर्य ऊर्जा और प्रकाश का प्रतीक है, हनुमान जी की मूर्ति को किसी ऐसे स्थान पर रखें, जहां सुबह की सूरज की रोशनी सही तरीके से पहुंचती हो। यह सुनिश्चित करेगा कि मूर्ति को अधिकतम सकारात्मक ऊर्जा मिले और वह घर में शांति और समृद्धि लाने में सहायक हो।
साफ-सफाई और सम्मान: मूर्ति या चित्र को हमेशा साफ और शुद्ध स्थान पर रखें। सूर्य मुखी हनुमान जी का चित्र विशेष रूप से एक शक्तिशाली प्रतीक होता है इसलिए उनकी उपस्थिति को आदर और सम्मान देने के लिए उस स्थान की स्वच्छता बनाए रखें। इसे किसी गंदे या अव्यवस्थित स्थान पर नहीं रखना चाहिए क्योंकि यह उनकी सकारात्मक ऊर्जा को बाधित कर सकता है।
वर्तमान स्थिति और दिशा का ध्यान रखें: यदि आप हनुमान जी के सूर्य मुखी रूप की मूर्ति अपने घर में रखते हैं, तो यह ध्यान रखें कि वह दीवार के खिलाफ न हो, बल्कि सामने खुला स्थान हो, जिससे सूर्य के प्रकाश का प्रभाव सीधे मूर्ति पर पड़े। इसे रखने का उद्देश्य सिर्फ एक धार्मिक या अद्भुत प्रतीक नहीं होना चाहिए, बल्कि यह घर में समृद्धि और शांति का स्रोत बने।
सूर्य की उपासना और हनुमान जी का सामंजस्य: सूर्यमुखी हनुमान जी का महत्व केवल उनके रूप से नहीं है, बल्कि यह भी है कि वह एक प्रकार से सूर्य देव की उपासना को प्रकट करते हैं। हनुमान जी का यह रूप घर में सूर्य देव के आशीर्वाद से जीवन में प्रगति और समृद्धि लाने के लिए प्रभावी होता है।