सूरजकुंड मेला: सूरजकुंड मेले की हुई शुरुआत जानें, तिथि और थीम

punjabkesari.in Sunday, Feb 04, 2024 - 08:51 AM (IST)

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Surajkund Mela 2024: अरावली की वादियों में 37वां अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला सजा हुआ है। सुबह 10 से रात 8 बजे तक इसका आनंद लिया जा सकता है। इस आयोजन में इस बार तंजानिया पार्टनर कंट्री व गुजरात थीम स्टेट है। मेले में करीब 300 नेशनल व स्टेट अवार्डी शिल्पकार अपनी कलाकृतियों को प्रदर्शित कर रहे हैं। 50 देशों के 700 से अधिक विदेशी कलाकार इस मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। नार्थ-ईस्ट के राज्यों की कला, संस्कृति, रहन-सहन और वहां की हस्तशिल्प की जानकारियां भी दर्शकों के लिए सुलभ कराई गई हैं।

45 एकड़ में मेला परिसर
सूरजकुंड मेला परिसर करीब 45 एकड़ में तैयार किया गया है। कल्चरल थीम के रूप में पूर्वी राज्य त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर, असम, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम शामिल हैं। मेला प्राधिकरण के अनुसार इस बार मेले में हर बार की अपेक्षा अधिक देश शामिल हो रहे हैं। मेले में कई साल बाद कांगो का लोक नृत्य भी दर्शकों को देखने के लिए मिलेगा।

विभिन्न देशों के शिल्पकार व कलाकार करेंगे प्रदर्शन
तंजानिया, बोत्सवाना, केप वर्डे,  स्वाजीलैंड, इथोपिया, गाम्बिया, घाना, गिनी, केन्या, मैडागास्कर, मलावी, माली, मोजाम्बिक, नामीबिया, नाइजीरिया, साऊतोमे, टोन्गो, यूगांडा, जाम्बिया, जिम्बाब्वे, अल्जीरिया, आर्मेनिया, बंगलादेश, बेलारूस, कान्गो, आयरलैंड, कजाखस्तान, लेबनान, मॉरीशस, म्यांमार, नेपाल, रूस, श्रीलंका, सीरिया, थाइलैंड, ट्यूनीशिया, तुर्की, यू.के., उज्बेकिस्तान, भूटान आदि देशों से कलाकारों के आने की सम्भावना है।

मेले में ये होंगे मुख्य आकर्षण
इस बार थीम स्टेट गुजरात है तो मेले में लोग खांडवी, थेपला, ढोकला, फाफड़ा, गुजराती कढ़ी, दूध पॉक, जैसे गुजराती व्यंजनों का स्वाद विशेष रूप से चख सकेंगे।
 


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Content Editor

Prachi Sharma

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