Chanakya Niti: चाणक्य के विचारों से करें अपने करियर की शुरुआत, कदम दर कदम मिलेगी सफलता
punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 07:17 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Chanakya Niti: प्राचीन भारत के महान राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और दार्शनिक आचार्य चाणक्य ने न केवल मौर्य साम्राज्य की नींव रखी, बल्कि अपनी नीति और दूरदर्शिता से आने वाली पीढ़ियों को भी गहरी दिशा दी। आज का युग भले ही तकनीक और प्रतिस्पर्धा से भरा हुआ हो लेकिन चाणक्य के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने अपने समय में थे। विशेष रूप से जब बात करियर में सफलता और दीर्घकालिक तरक्की की हो, तो चाणक्य की नीतियां हमें एक मजबूत नींव देती हैं। यदि आप करियर में लगातार पीछे छूट रहे हैं, या अपनी क्षमता के अनुरूप मुकाम हासिल नहीं कर पा रहे हैं, तो आपको चाणक्य की उन नीतियों पर ध्यान देना चाहिए जो आज के प्रोफेशनल जीवन में भी कारगर हैं।
ज्ञान ही सबसे बड़ी पूंजी है
ज्ञान सबसे बड़ा धन है। आज के प्रतिस्पर्धी दौर में यह बात और भी सटीक बैठती है। अगर आप अपने करियर में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो सबसे पहले खुद को लगातार अपग्रेड करते रहें। नई तकनीकों, नए ट्रेंड्स और आवश्यक स्किल्स को सीखते रहना ही आपको दूसरों से आगे रखेगा।
चाणक्य कहते हैं समय से पहले और भाग्य से अधिक किसी को कुछ नहीं मिलता लेकिन इसका यह अर्थ नहीं कि हाथ पर हाथ धरे बैठा जाए। चाणक्य के अनुसार, बुद्धिमान व्यक्ति वह है जो समय का सही आकलन करता है और निर्णय लेने में देर नहीं करता। करियर में कई मौके ऐसे आते हैं जब रिस्क लेने की जरूरत होती है, वहां पर निर्णय क्षमता ही आपको भीड़ से अलग बनाती है।
गुप्त रहना ही शक्ति है
आज के समय में हम अपनी उपलब्धियों या योजनाओं को सोशल मीडिया पर साझा करने लगते हैं। लेकिन चाणक्य सिखाते हैं कि असली काम शांति से होता है, शोर से नहीं। करियर प्लान्स, स्ट्रैटेजी या अगला कदम कब और कैसे उठाना है, यह सब तब तक गोपनीय रखें जब तक वो ठोस रूप से फलीभूत न हो जाए।
सही संगति का चुनाव करें
चाणक्य के अनुसार जिस प्रकार एक सूखे पेड़ की संगति में हरा पेड़ भी जल जाता है, वैसे ही बुरे लोगों की संगति में अच्छे लोग भी गिर जाते हैं। प्रोफेशनल लाइफ में नेटवर्किंग ज़रूरी है, लेकिन उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है कि आप किसके साथ जुड़ते हैं। अपने आस-पास ऐसे लोगों को रखें जो प्रेरणा देने वाले हों, जो आपको चुनौती दें और जिनसे आप कुछ सीख सकें।
धैर्य और अनुशासन
करियर की राह हमेशा आसान नहीं होती। असफलताएं, आलोचनाएं, और अवसाद ये सभी पड़ाव आते हैं लेकिन जो व्यक्ति अनुशासन के साथ निरंतरता बनाए रखता है, वही असली विजेता होता है।