Success Mantra: कड़वे प्रवचनों से जीवन में लाएं मिठास

punjabkesari.in Wednesday, Dec 14, 2016 - 02:42 PM (IST)

हम ईमानदार
दुनिया में सब चोर ही चोर हैं। बस फर्क इतना है कि एक होता है कच्चा चोर और एक पक्का चोर। जो चोरी करता पकड़ा जाए, वह कच्चा चोर है और जो इतनी सफाई से चोरी करे कि कभी पकड़ा ही न जाए, वह पक्का चोर है और जिन्हें चोरी का मौका ही नहीं मिला, वे तथाकथित ईमानदार बन गए। आज हम ईमानदार भी मजबूरी में हैं, चूंकि बेईमानी का मौका ही नहीं मिला।


रिश्ते और विश्वास
पति-पत्नी के रिश्ते का आधार आपसी विश्वास है। हालांकि हर रिश्ता विश्वास की बुनियाद पर टिका है, पर इस रिश्ते में विश्वास सर्वोपरि है। बिना विश्वास के यह रिश्ता टिक नहीं सकता और अंधों की नगरी में दर्पण बिक नहीं सकता। जिंदगी में जो महत्व श्वास का है, रिश्तों में वही महत्व विश्वास का है। श्वास के बिना आदमी जिंदा नहीं रह सकता और विश्वास के बिना रिश्ते जिंदा नहीं रह सकते। 


युवा होने का टॉनिक-धर्म
धर्म और युवा दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। महावीर पृथ्वी के पहले दार्शनिक हैं, जिन्होंने धर्म को युवा से जोड़ा, क्योंकि धर्म के लिए ऊर्जा चाहिए और युवा ऊर्जा का भंडार है। धर्म बुढ़ापे की औषधि नहीं, युवा होने का टॉनिक है। युवा शब्द को पलट दें तो वायु बनता है। जो वायु की तरह गतिशील है, वह युवा है। नदी को छुट्टी, हवा को विश्राम और सूर्य को कोई अपेक्षा नहीं, ठीक इसी तरह युवा के लिए कुछ भी असंभव नहीं।

 

- मुनि श्री  तरुण सागर जी


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