Som Pradosh Vrat: आज है इस साल का पहला सोम प्रदोष व्रत, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि
punjabkesari.in Monday, May 20, 2024 - 08:46 AM (IST)
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Som Pradosh Vrat: आज 20 मई सोमवार को साल का पहला सोम प्रदोष व्रत रखा जाएगा। हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। सोमवार के दिन प्रदोष व्रत का होना बहुत अच्छा माना जाता है। सोमवार के दिन पड़ने की वजह से इसे सोम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। सोम प्रदोष के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूरे विधि-विधान से पूजा करने और व्रत रखने से हर परेशानी से छुटकारा मिलता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तो आइए जानते हैं, सोम प्रदोष व्रत के शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि के बारे में-
Som Pradosh Vrat 2024 auspicious time सोम प्रदोष व्रत 2024 शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 20 मई दोपहर 03 बजकर 58 मिनट पर होगी और इसका समापन 21 मई को शाम 05 बजकर 39 मिनट पर होगा। ऐसे में सोम प्रदोष व्रत 20 मई को किया जाएगा।
Importance of Som Pradosh Vrat सोम प्रदोष व्रत का महत्व
प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है और इस साल 20 मई को प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ रहा है जो कि भगवान शिव का दिन कहा जाता है। ऐसे में इस व्रत का महत्व दोगुना हो जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने और व्रत रखने से मन की हर इच्छा पूरी होती है। शिव कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि, धन, संपदा, संतान आदि की प्राप्ति होती है।
Worship method of Som Pradosh fast सोम प्रदोष व्रत की पूजा विधि
सोम प्रदोष के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
फिर भगवान शिव और माता पार्वती के सामने व्रत का संकल्प लें।
अब घर के मंदिर को अच्छे से साफ कर लें और एक चौकी पर कपड़ा बिछाकर भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित कर दें।
इसके बाद शिव को बिल्वपत्र, शमी के फूल और धतूरा आदि अर्पित करें। मां पार्वती को शृंगार की चीजें चढ़ाएं।
अब भगवान शिव के समक्ष घी का दीपक जलाएं और आरती करें।
पूजा के बाद शिव जी के मंत्रों का जाप करें और शिव चालीसा का पाठ करें।
अंत में शिव-पार्वती को खीर, हलवा, फल और मिठाइयों का भोग लगाएं।