Shani Transit 2025: 30 साल बाद मीन राशि में शनि, कर्क राशि को मिलेगी राहत

punjabkesari.in Saturday, Mar 08, 2025 - 12:39 PM (IST)

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Shani Transit in pisces 2025: शनिदेव का गोचर हो रहा है 29 मार्च को। 29 मार्च को शनिदेव मीन राशि में गोचर करेंगे। यह यहां पर 23 फरवरी 2028 तक रहेंगे यानी कि अगला गोचर जो है वो मीन राशि में रहेगा। देश-दुनियां के हिसाब से यह गोचर 30 साल बाद हो रहा है, यदि हम 30 साल पीछे जाते हैं। अगली राशि जिसको शनि के इस गोचर का काफ लाभ होने जा रहा है वह है तुला राशि। यह गोचर तुला राशि के जातकों के लिए छठे भाव में होगा और छठे भाव में शनि का गोचर शुभ होता है। अब तुला राशि के लिए शनि योगा कारक ग्रह हो जाते हैं क्योंकि शनि की मकर राशि चौथे भाव में आ जाती है। शनि की कुंभ राशि जो मूल त्रिकोण राशि है, वह पंचम भाव में आ जाती है। इस लिहाज से शनि वह तुला राशि के जातकों के लिए योगा कारक हो जाते हैं। एक केंद्र और एक त्रिकोण भाव के स्वामी होकर अब गोचर तो निश्चित तौर पर अच्छा रहेगा। गुरु आपके भाग्य के कारक ग्रह होते हैं, गुरु आपके पंचम स्थान के कारक होते हैं। तो निश्चित तौर पर गुरु से संबंधित फल जरूर कर जाएंगे। काफी सारी चीजें करेक्ट करके जाएंगे। शनि आपके लाइफ में काफी चीजों को ठीक करके भी जाएंगे। कर्क राशि के ऊपर शनि की ढैया चल रही थी। दूसरी राशि है वृश्चिक राशि इसके ऊपर भी शनि की ढैया चल रही थी। ये भी शनि के प्रभाव से मुक्त हो जाएगी। तीसरी राशि है मकर राशि मकर राशि के ऊपर शनि की साढ़े साती का आखिरी फेज चल रहा था। इस राशि के जातकों के लिए तो  शनि शुभ गोचर में भी आ जाएंगे। 

कर्क राशि: कर्क राशि के लिए शनि अच्छे ग्रह नहीं होते क्योंकि चंद्रमा और शनि की आपस में बनती नहीं है। कर्क राशि  चंद्रमा की राशि है। कर्क राशि के जातकों के लिए शनि सप्तम भाव के स्वामी और अष्टम भाव के स्वामी बन जाते हैं, ये दोनों ही भाव अच्छे भाव नहीं है। आठवां भाव आपकी दुर्घटना का भाव होता है, सडन लोस का भाव होता है। सातवां भाव आपका मार्क स्थान होता है। शनि इन दोनों भावों के स्वामी हो जाते हैं तो कर्क राशि के जातकों को शनि अच्छे फल नहीं करते। अब कर्क राशि के जातक ऐसे होते हैं जिनको यदि के खराब फल मिलते मिलने तो वो बचपन में ही मिल जाते हैं। इमोशनल स्ट्रगल हो या फाइनेंशियल स्ट्रगल यह आपको बचपन में ही मिल जाता है। 

शनि चूंकि कर्क राशि के लिए अष्टम भाव में थे। अष्टम भाव से निकलकर भाग्य स्थान में जाना शनि का आपके लिए बहुत अच्छा है। अष्टम के मुकाबले तो काफी अच्छा है क्योंकि हालांकि शनि का गोचर नवम में भी शुभ नहीं होता। 

शनि का गोचर आपके लिए बहुत शुभ होगा। भाग्य स्थान से शनि का गोचर आपके लिए बहुत अच्छे रिजल्ट लेकर आएगा। शनि की ढैया से भी ज्यादा नुकसान आपको इस भाव में हो जाएगा क्योंकि यहां पर शनि की मार्किंग अच्छी नहीं है। निश्चित तौर पर शनि के अच्छे फल आपको मिलेंगे।  जितने भी युवा है, जितने भी प्रोफेशनल लाइफ में जिनका बचपन है उनके ऊपर शनि चल नहीं रहे हैं लेकिन जितने भी युवा है जो प्रोफेशनल लाइफ में आ चुके हैं उनके लिए शनि नहीं चल रहे। कर्क राशि के जातकों के लिए जो भाग्य स्थान के स्वामी है, वो गुरु बनते हैं और गुरु की राशि में शनि निश्चित तौर पर अच्छे फल करते हैं। यहां पर शनि आपको अच्छे फल करके जाएंगे। 

यहां पर तीसरी दृष्टि पड़ेगी शनि की 11वें भाव के ऊपर, ये एलिवेशन का भाव है। ये तरक्की, आय, इच्छाओं का भाव है। कारोबार में जो अड़चनें आ रही थी वहां पर चीजें आगे बढ़ती हुई नजर आएंगी। नौकरी में जो समस्याएं चल रही थी, वहां पर चीजें थोड़ी सी आगे बढ़ती हुई नजर आएंगी क्योंकि धन की काफी हानि कर गए हैं। शनि यहां पर अष्टम भाव में रहते हुए दूसरे भाव पर दृष्टि थी तो वहां पर जो धन की हानि हुई है वो धीरे-धीरे अब रिकवर होती हुई नजर आएगी। चीजें थोड़ी सी बेटर होती हुई नजर आएंगी। कुटुंब का मामला है वहां पर चीजें थोड़ी सी सेट होती हुई नजर आएंगी। कर्क राशि के जातकों को यह बहुत बड़ी राहत मिलेगी। शनि 11वें भाव को देखेंगे तो आय में निश्चित तौर पर वृद्धि करेंगे, डिटरमिनेशन आपका बढ़ जाएगा। आगे आपके लिए रास्ते भी खुलेंगे और आप बहुत सारी चीजें अपने दम पर बहुत अच्छी कर पाएंगे। यहां पर शनि दशम दृष्टि से छठे भाव को देख रहे हैं। शनि के प्रभाव के कारण जो ढैया में जब शनि चल रहे थे जो डेट वाली स्थिति आ गई थी या जो कोर्ट केसेस का मामला था वो सारी चीजें अब यहां पर सेट होती हुई नजर आएंगी क्योंकि शनि अब यहां से भाग्य स्थान में गोचर कर रहे हैं अच्छा फल करके जाएंगे। 

कोर्ट केसेस के मामले में चीजें थोड़ी सी आगे बढ़ती हुई नजर आएंगी। बहुत सारी चीजें राहत भरी होंगी। कर्क राशि के जातकों के लिए बहुत सारे अर्निंग के नए सोर्स खुल सकते हैं। यहां पर आपको निश्चित तौर पर इस गोचर का बहुत फायदा होगा। 

शनि देव के बुरे प्रभाव से पाने के लिए करे ये उपाय-

काली उड़द की दाल दान करें। 
शनिवार शाम के समय शनि देव की शिला को तेल अर्पित करें। 
काली दाल का दान करें। 
ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करें। 

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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