Sawan Special: व्रत में क्यों नहीं करना चाहिए नमक का सेवन, जानिए यहां
punjabkesari.in Friday, Jul 15, 2022 - 03:12 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
श्रावण मास में जहां एक तरफ शिव जी की आराधना की जाती है तो वहीं इस मास में मुख्य रूप से व्रत व उपवास रखा जाता है। बल्कि बताया जाता है सावन के सोमवार को बहुत बड़ी संख्या में लोग व्रत करते हैं। हिंदू धर्म के लगभग तमाम शास्त्रों व ग्रंथों व्रत का महत्व बताया गया है। बल्कि न केवल धार्मिक दृष्टि से व्रत रखने का महत्व है, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी इसके अत्यंत लाभदायक माना जाता है। आज हम आपको व्रत से ही जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। आप में से बहुत से लोगों ने सुना होगा कि प्रत्येक व्रत के कछ नियम होते हैं, जिन्हें अपनाना हर व्रती के लिए जरूरी होता है।
व्रत के अपने नियम होते हैं। आप कितना कठोर व्रत रख सकते हैं ये व्यक्ति की दृढ़ता और आस्था के साथ-साथ उसकी सेहत पर भी निर्भर करता है। कुछ लोग जहां पूरे दिन भूखे रहकर सिर्फ शाम के वक्त हल्का-फुल्के फलाहार का सेवन करते हैं, तो वहीं कुछ लोग अनाज और नॉर्मल खाने की जगह व्रत के दौरान फल, दूध और दूसरी व्रत से जुड़ी चीजें खाते हैं तो वहीं कुछ लोग दिन भर भूखे रहकर रात में सिर्फ एक वक्त खाना खाते हैं और वो भी बिना नमक के वैसे आमतौर पर इस उपवास का पालन फलाहार, दूध पीकर या फिर एक समय मीठा भोजन करके किया जाता है। लेकिन क्या कभी आप ने सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों। अगर नहीं तो तैयार हो जाएं ये पूरी जानकारी जानने के लिए कि क्यों सोमवार के व्रत में नमक क्यों वर्जित है।
दरअसल सामान्य सफेद नमक के बारे में ऐसी मान्यता है कि ये आर्टिफिशल और केमिकल बेस्ड नमक होता है और इसे शुद्ध नहीं माना जाता। इसलिए व्रत या धार्मिक आयोजन पर बनने वाले भोजन में इस नमक का प्रयोग मना किया जाता है। लेकिन अगर आप व्रत में नमक का प्रयोग करते हैं तो आप सेंधा नमक का उपयोग कर सकते हैं। सेंधा नमक को सफेद नमक की तुलना में ज्यादा शुद्ध और पवित्र माना जाता है।
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नमक न खाने की एक और वजह ये भी है कि इस व्रत के दौरान आपको हल्का भोजन करना होता है लिहाजा एक दिन नमक न खाने से शरीर में हल्कापन महसूस होता है। वहीं, सेंधा नमक की बात करें तो ये न सिर्फ खाने को हल्का बनाता है बल्कि इसमें मौजूद कूलिंग प्रॉपर्टीज व्रत और उपवास के दौरान बनने वाले खाने के लिए अच्छा माना जाता है। इससे व्रत के दौरान शरीर को जरूरी स्ट्रेंथ मिल जाता है। आयुर्वेद में भी सेंधा नमक को सबसे स्वास्थ्यवर्धक नमक माना जाता है क्योंकि ये तीनों तरह के दोष- कफ, वात और पित्त को शांत करता है। बहुत कम लोग जानते हैं कि इस नमक में शरीर के लिए जरूरी सारे तत्व जैसे- लोहा, कैल्शियम, पोटेशियम और जिंक वगैरह शामिल होते हैं।. सेंधा नमक में किसी तरह की अशुद्धियां और रसायन नहीं होते।
इसके अलावा आपको बता दें, इस दिन कुट्टू के आटे और आलू का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। व्रत के दौरान सुस्ती से बचने के लिए पनीर और क्रीम वाले दूध के सेवन से बचें। ताजे फलों के जूस का सेवन करें। व्रत के दौरान ध्यान रखें शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। ऐसे में आप डाईट में ऐसे फल भी शामिल कर सकते हैं, जिसमें पानी की मात्रा अधिक हो।