सावन के दूसरे सोमवार करें इन मंत्रों का जाप, भोलेनाथ करेंगे बेड़ा पार

punjabkesari.in Monday, Jul 29, 2019 - 10:55 AM (IST)

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सावन के महीने में भोलेनाथ की पूजा का खास महत्व है और इस दौरान शिव भक्त भगवान को प्रसन्न करने के लिए कई प्रयास भी करता है। कई लोग इन दिनों बड़े-बड़े अनुष्ठान भी करते हैं औक खासकर सावन सोमवार पर लोग भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। हमारे कई धार्मिक ग्रंथों में भोलेबाबा को खुश करने के लिए कई मंत्र बताए गए हैं, जिनका सच्चे मन से जाप करने पर भक्त को बाबा की कृपा प्राप्त होती है। आज हम आपको सावन के दूसरे सोमवार पर बताएंगे कि किन मंत्रों के जाप से आप भी पा सकते हैं भोलेनाथ की कृपा।  
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शिवा मंत्र
"ऊँ नम: शिवाय" 
इस मंत्र का अर्थ होता है कि ‘हे शिव, मैं आपको बार बार नमन करता हूं’। इस मंत्र का जाप करने से हर प्रकार की समस्या से छुटकारा मिलता है। शिवमहापुराण में इस बात का वर्णन किया गया है कि इस मंत्र की महिमा का विस्तार 100 करोड़ सालों में भी नहीं किया जा सकता है।
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महामृत्युंजय मंत्र
"ॐ त्र्यम्बकं यजामहे 
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् 
उर्वारुकमिव बन्धनान 
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥"
इसका अर्थ होता है कि हम तीन नेत्र वाले शिव से प्रार्थना करते हैं कि जिस प्रकार एक ककड़ी पक जाने के बाद बेल से अपने आप ही अलग हो जाती है। उसी प्रकार मानव रूपी जीवन से हमें मुक्त करके आप हमें मोक्ष प्रदान करें। इस मंत्र का जो व्यक्ति नित्य रूप से जाप करता है वह मृत्यु पर विजय पा लेता है। शास्त्रों में इस मंत्र को वैदिक मंत्रों में सबसे सर्वोच्च माना जाता है।
सावन में की जाने वाली सुंदर पूजा के बारे में नहीं जानते होंगे आप !
मृत्युंजय गायत्री मंत्र
"ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनम्‌। 
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्‌ ॐ स्वः भुवः ॐ सः जूं हौं ॐ ||"
हिन्दू धर्म में गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र दोनों को ही सबसे ऊपर माना जाता है। यदि इनमें से किसी का भी जाप सवा लाख बार किया जाता है तो किसी भी इच्छा को पूर्ण किया जा सकता है। हमारे ऋषि मुनियों ने दोनों मंत्र मिलाकर एक नया मंत्र बनाया था जिसे मृत संजीवनी मंत्र कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यदि इसका जाप विधि अनुसार किया जाए तो एक मृत व्यक्ति को भी जीवित किया जा सकता है।
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रूद्र गायत्री मंत्र
"ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्।" 
इस मंत्र के जाप से सभी प्रकार की कठिनाइयां दूर हो जाती हैं। यदि आप शिव मंदिर जाकर विधि से पूजा कर इस मंत्र का जाप करते हैं तो आपकी सारी समस्याएं स्वयं ही दूर हो जाएंगी।


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