Saturn Transit in pisces: 921 दिन के लिए लोहे के पाए में शनि, धनु राशि वालों पर संकट की दस्तक

punjabkesari.in Saturday, Apr 12, 2025 - 12:41 PM (IST)

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Saturn Transit in pisces: 29 मार्च 2025 को शनिदेव ने मीन राशि में गोचर कर लिया है। मीन राशि में शनिदेव का गोचर रहेगा 23 फरवरी 2028 तक। ये लगभग 1061 दिन का पीरियड है । इसी बीच 2027 में एक ऐसा समय आएगा जब शनिदेव वक्री अवस्था में चलते हुए 3 जून 2027 को दोबारा कुंभ राशि में आ जाएंगे, 20 अक्टूबर 2027 तक यहीं पर रहेंगे। फिर मार्गी होने के बाद आगे चलेंगे और लगभग यह 921 दिन का समय है,  जब मीन राशि में ही शनिदेव गोचर करेंगे तो इस गोचर के दौरान शनिदेव के क्या फल मिलेंगे ? आज बात करेंगे धनु राशि के जातकों के लिए शनिदेव क्या फायदा लेकर आएंगे। 

यहां पर शनि फोर्थ हाउस को देखेंगे। फोर्थ हाउस में बैठकर टेंथ हाउस को देखेंगे। ये आपके कर्म का भाव है तो कारोबार में इस अवधि के दौरान थोड़ा सा मंदा आ सकता है। आप किसी भी कारोबार से जुड़े हैं, आपका काम थोड़ा सा स्लो हो सकता है। यदि आप नौकरी करते हैं तो वहां पर हो सकता है कि आपको नौकरी में भी काफी स्ट्रगल करना पड़े। चीजें आपके मुताबिक उस तरीके से न हो जिस तरीके से आप चाहते हैं वहां पर संघर्ष करना पड़ सकता है। यहां पर यह गोचर फोर्थ हाउस में होगा और फोर्थ हाउस का शनि का गोचर धनु राशि के जातकों के लिए अच्छा नहीं है। शनि धनु राशि के जातकों के लिए वैसे भी अच्छा फल नहीं करते क्योंकि यह गुरु की राशि है। गुरु की राशि होने के कारण शनि देव यहां पर दूसरे भाव के स्वामी हो जाते हैं। जो मार्क स्थान होता है और तीसरे भाव के स्वामी हो जाते हैं, जो अशुभ भाव होता है। तीसरा भाव अशुभ इसलिए होता है क्योंकि यह अष्टम भाव का अष्टम होता है इसलिए यहां से संबंधित फल खराब होते हैं। धनु राशि के जातकों के लिए जब-जब शनि अंतर्दशा में आते हैं या प्रत्यंतर दशा में आते हैं तो उसका फल अच्छा नहीं होता। अब शनि जब यहां पर गोचर करेंगे मीन राशि में तो ढैया शुरू हो जाएगी। शनि लोहे के पाए में आ जाएंगे, जब शनि देव गोचर करते हैं किसी राशि में तो एक कुंडली बनाई जाती है उस कुंडली में यदि चंद्रमा किसी राशि के चौथे, आठवें या 12व भाव में आ जाए तो शनि का पाया लोहे का हो जाता है। 

धनु के चौथे भाव में शनि चंद्रमा का आना शनि के साथ आना यह लोहे का पाया बनता है।  मीन राशि में चंद्रमा है तो धनु राशि के ऊपर लोहे का पाया आ जाएगा। लोहे का पाया अशुभ फल कारक होता है, यहां पर लोहे का पाया अच्छा नहीं है। यहां पर खासतौर पर कुछ सावधानियां रखनी पड़ेंगी।
29 मार्च 2025 से लेकर 23 फरवरी 2028 तक शनि यहां पर गोचर करेंगे। शनि आपके फोर्थ हाउस से गोचर करेंगे और फोर्थ हाउस में जब गोचर करेंगे तो 
शनि देव की तीसरी दृष्टि आपके छठे भाव के ऊपर जा रही है। यह छठा भाव आपका रोग, ऋण और शत्रु का भाव है। रोग, ऋण और शत्रु के भाव में शनि का गोचर अच्छा नहीं है। यहां शनि की दृष्टि है वह अच्छी नहीं है। इस अवधि में किसी भी विवाद से बचिएगा क्योंकि यह लिटिगेशन का भाव है। 

इस अवधि में सबसे पहले किसी को पैसा उधार मत दीजिएगा। पैसा उधार देंगे तो पैसा वह फंस जाएगा। शनि की दृष्टि यहां पर कर्ज वाली स्थिति भी ले आती है। यदि कोई कोर्ट का केस चल रहा है तो वहां पर कोशिश करिए कि समझौते से बात बन जाए नहीं तो यहां पर शनि की दृष्टि कोर्ट के केस को लंबा खींच के ले जाएगी। यह स्थिति आपके फेवर में नहीं जाएगी और इसके अलावा यदि आपको कोई फिजिकल प्रॉब्लम होती है तो कोशिश करें कि डॉक्टर की सलाह को मानिए। शनि रोग के कारक ग्रह हैं, शनि समय के भी कारक हैं, रोग आपका लंबा खींच सकता है। यहां पर शनि वह फोर्थ हाउस को देखेंगे फोर्थ हाउस में बैठकर 10थ हाउस को देखेंगे यह आपके कर्म का भाव है तो कारोबार में आप देख सकते हैं कि इस अवधि के दौरान थोड़ा सा मंदा आ सकता है आप किसी भी कारोबार से जुड़े हैं आपका काम थोड़ा सा स्लो हो सकता है यदि आप नौकरी करते हैं हो सकता है काफी स्ट्रगल करना पड़े। 

यह चीजें खासतौर पर 2 महीने के लिए ज्यादा होंगी 29 मार्च से लेकर 29 मई 2025 तक क्योंकि उस अवधि में राहु और शनि दोनों चौथे भाव में एक साथ में रहेंगे। कारोबार में शनि पेशेंस टेस्ट करेंगे, आपको वहां पर थोड़ा सा आपको अपनी एडवांस प्लानिंग के साथ चलना पड़ेगा। यह स्थिति आपके लिए अच्छी नहीं है। लोहे के पाए में शनि आपको खराब रिजल्ट करेंगे। अच्छे रिजल्ट आपको नहीं करेंगे। इसके अलावा शनि की दृष्टि आपकी राशि के ऊपर जाएगी। जब राशि के ऊपर शनि की दृष्टि है क्योंकि यह धनु राशि फायरी साइन है, गुस्सा जल्दी कर जाते हैं। शनि की दृष्टि होने के कारण आपका टेंपरामेंट लूज़ हो सकता है और आप ओवर रिएक्शन कर सकते हैं। आपका सप्तम भाव, दशम भाव यह पूरा केंद्र शनि के प्रभाव में आ जाएगा क्योंकि इसका केंद्रीय प्रभाव भी होता है। जब हम प्लनेट की गणना करते हैं तो केंद्रीय प्रभाव सप्तम के ऊपर भी रहेगा। पार्टनर के साथ आपका कंफ्लिक्ट हो सकता है चूंकि आपका टेंपरामेंट हाई होने के कारण आप ओवर रिएक्ट कर सकते हैं। कुछ मामलों में कोशिश करिए कि अपने टेंपरामेंट को कंट्रोल रखिए। कोशिश करिए कि अपनी रूटीन को कायम रखिए। शनि डिसिप्लिन मांगते हैं यदि आप थोड़ा सा डिसिप्लिन हो जाते हैं तो आप इन चीजों से बच सकते हैं। शनि देव ढाई साल एक राशि में रहते हैं तो कोशिश करिए कि थोड़ा सा सुस्ती से बचा जाए। धनु राशि वैसे ही टारगेट ओरिएंटेड राशि होती है, अपने लक्ष्य को निर्धारित करके चलती है। कारोबार के मामले में लीगल मैटर के मामले में डेप्ट के मामले में यह चीजें थोड़ी सी आपको डिस्टर्ब कर सकती हैं। 

ओम शनि शनिश्चराय नमः का जाप करें।

कोई बिजनेस रन कर रहे हैं आपके पास बहुत सारे काम लोग काम करते होंगे। जो आपसे जूनियर है उनके साथ थोड़ा सा रिस्पेक्टफुली पेश आइए। उनको पॉजिटिव सरप्राइज देते रहिए उससे शनि के रिजल्ट आपको डेफिनेटली अच्छे मिलते हैं।

आपाहिज आश्रम में दान कर सकते हैं लेकिन शाम के समय अपना नाम लेकर अपना गोत्र लेकर उस दिन का नक्षत्र बोलकर वार बोलकर और जिस मकसद से आप दान कर रहे हैं उस मकसद को बोलकर वो दान करिए।

काली उड़द की दाल का दान करें।

शनि शिला पर सरसों का तेल अर्पित करें। 

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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