जानिए, कब है संकष्टी चतुर्थी व्रत और इसकी पूजा विधि

punjabkesari.in Thursday, Nov 14, 2019 - 05:09 PM (IST)

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हिंदू धर्म में हर शुभ कार्य की शुरूआत भगवान गणेश की पूजा से की जाती है। कहते हैं कि उन्हें याद करने से और पूजा करने से सारे काम पूरे हो जाते हैं। उनकी कृपा को पाने के लिए हर कोई किसी न किसी तरह के उपाय को अपनाता है। ऐसे में अगर आप भी गणपति जी की कृपा को पाना चाहते हैं तो हर दिन उनकी पूजा जरूर करें। लेकिन अगर आप प्रतिदिन पूजन नहीं कर सकते तो संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की विधि विधान पूजा करने और व्रत रखने से इनका आशीर्वाद जल्द ही प्राप्त हो जाता है। इस साल ये व्रत कल यानि 15 नवंबर को मनाया जा रहा है। चलिए आज हम आपको इसके शुभ मुहूर्त व पूजा विधि के बारे में बताने जा रहे हैं। 
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संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त 
संकष्टी के दिन चन्द्रोदय – 07:48 पी एम चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 15, 2019 को 07:46 पी एम बजे चतुर्थी तिथि समाप्त – नवम्बर 16, 2019 को 07:15 पी एम बजे
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महत्व 
ये चतुर्थी हर महीने की कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी और अमावस्या के बाद आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करके उन्हें प्रसन्न किया जाता है। जिससे उनका आशीर्वाद प्राप्त हो सके और सेहत की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाए।
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पूजा विधि 
इस दिन व्रत रखकर भगवान गणेश से मनचाहे फल की कामना की जाती है। इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर स्वच्छ हो जाएं। उसके बाद गणेश जी की पूजा आरंभ करें। गणपति जी की प्रतिमा के नीचे लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। ध्यान रखे कि पूजा करते समय मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरह रहे। भगवान गणेश के आगे दीपक जलाकर उन्हें फूलों की माला अर्पित करें। उनकी आरती उतार कर लड्डू का भोग लगाएं और प्रसाद सभी में वितरित कर दें।


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