चूड़ियां पहनने से हो सकता है ये लाभ, सुनकर दंग हो जाएंगे आप!
punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2019 - 02:42 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म के दृष्टि से देखें तो महिलाओं के लिए 16 श्रृंगार करना अति आवश्यक होता है। जिसमें मांग का सिंदूर माथे पर बिंदी आदि मुख्य माने जाते हैं। इसी सूची में कांच की चूड़ियां भी शामिल होती हैं। कुछ लोगों को मानना है कि चूड़ियां केवल सुंदरता बढ़ाती हैं तथा इसकी खनक से घर में एक अच्छा मौहाल बना रहता है। परंतु क्या आप जानते हैं इसके अन्य भी कई फायदे होते हैं। अगर नहीं तो आइए हम आपको बताते हैं कि इससे जुड़े धार्मिक कारण तथा वैज्ञानिक कारण जिससे आप अच्छे से जान पाएंगे कि चूड़ियां पहनने से क्या क्या फायदे हो सकते हैं। आइए देर न करते हुए जानें इससे जुड़े दिलचस्प तथ्य-
धार्मिक कारण-
हिंदू ध्रर्म के लोगों को इस बात का ज्ञात होगा कि देवी दुर्गा के पूजन में उनको 16 श्रृंगार चढ़ाया जाता है। जिनमें चूड़ियां भी शामिल होती हैं। कहा जाता है वैदिक युग से ही चूड़ियां पहनने का प्रचलन चला आ रहा है। अगर देवी-देवताओं की बात करें तो सभी के हाथों में चूड़ियां दिखाई देती ही हैं। तो वहीं ये मान्यता भी प्रचलित है चूड़ियों का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही साथ अगर किसी की कुंडली में बुध ग्रह से संबंधित कोई दोष हो तो या इनकी कृपा पानी हो तो उस व्यक्ति को गरीब महिलाओं को हरी चूड़ियां दान करनी चाहिए। मान्यता है कि बुध देव की कृपा होती है एवं कुंडली में शुभता बनी रहती है।
वैज्ञानिक कारण-
कहा जाता है कि जिस धातु की चूड़ियां महिलाएं पहनती हैं उन्हें उसी धातु के अनुरूप ही फल प्राप्त होता है। वैज्ञानिक कारण के अनुसार इससे महिलाओं का स्वास्थ्य अनुकूल रहता है। इसके अलावा हाथों में चूड़ियां पहनने से चूड़ियां पहनने से रक्त संचार बढ़ता है।
इसके अलावा हाथों में चूड़ी पहनने से सांस के रोगों व दिल की बीमारी की आशंकाएं कम होती हैं। इससे मानसिक संतुलन बना रहता है, तभी महिलाएं अपने काम को बड़े ही निष्ठा भाव से करती हैं। कहा ये भी जाता है कि कांच की चूड़ियां पहनने और आपस में टकराने से आने वाली आवाज़ों से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। तो वहीं माना जाता है कलाई के नीचे से 6 इंच तक कुछ एक्यूप्वाइंट्स होते हैं जो की एक साथ दबने से शरीर पर बहुत फर्क पड़ता है। जिससे शरीर स्वस्थ्य और ऊर्जावान बना रहता है।