Red Book: लाइफ को Enjoy करना है तो रात को सोने से पहले ये करना न भूलें
punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2020 - 08:50 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
लाल किताब के अनुसार कोई भी कुंडली यह बतलाती है कि गृह स्वामी के घर में रसोई घर, शयन कक्ष, पूजा गृह एवं शौचालय आदि कहां पर बने हैं। इनमें से जो भी स्थान अपनी निर्धारित जगह पर न हो, तो उसे बदल कर निर्धारित स्थान पर करा देने से या उनमें ही थोड़े से परिवर्तन से भी बहुत-सी समस्याओं का निदान हो जाता है। सोना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। शरीर में सिर की स्थिति उत्तरी ध्रुव एवं पैरों की स्थिति दक्षिणी ध्रुव मानी गई है।
पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में एक जैसे दो ध्रुवों को पास लाने से विकर्षण एवं विपरीत ध्रुवों को पास लाने से आकर्षण होता है, इसीलिए उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोने वाले लोग अनिद्रा, मानसिक तनाव, अपच, कुंठा के शिकार होते हैं, इसलिए उत्तर की तरफ सिर करके सोना मना किया गया है। उत्तर की तरफ सोने से सुचारू रूप से रक्त प्रवाह न होने से मानसिक विकलांगता भी आती है, अत: विकलांगता की रोकथाम उत्तर की तरफ सिर करके न सोने से हो सकती है।
दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके सोने से पूरे शरीर का चुंबकीय सर्किट सुचारू रूप से होता है और रक्त प्रवाह में बाधा नहीं होती।
दीर्घायु होने के लिए दक्षिण-पश्चिम एवं पूर्व की तरफ सिर करके सोना चाहिए जिससे जातक तनावमुक्त एवं प्रसन्नचित रहेगा और उसके मानसिक कष्ट भी दूर होंगे इसलिए शयन कक्ष पर विस्तार से प्रकाश डालना आवश्यक है।
रात को सोने से पहले तांबे के पात्र में जल भरकर अपने सिरहाने के पास रख लें। सुबह इस जल को पौधो में डाल दें। ऐसा करने से झूठे आरोप, रोग और विवादित मामलों में राहत मिलेगी।
निसंतान दंपत्ति चांदी को दूध में उबाल कर, चांदी के गिलास में दूध पिएं। ऐसा करने से संतान प्राप्ति के योग बनने लगेंगे।
वास्तु के अनुसार रात में सोते वक्त पति-पत्नी को एक ही बिस्तर का प्रयोग करना चाहिए जैसे एक ही गद्दा और चादर। संभव हो तो चकिया भी एक ही होना चाहिए। इससे मैरिड लाइफ में कभी दूरीयां नहीं आती।