मोदी के ऐतिहासिक ध्वजारोहण से पहले अयोध्या में बढ़ी रौनक, कई खास हस्तियों के इन्वाइट ने बढ़ाई चर्चा!
punjabkesari.in Thursday, Nov 20, 2025 - 09:43 AM (IST)
Ram Mandir Flag Hoisting 2025: अयोध्या के भव्य श्री राम जन्मभूमि मंदिर में एक और ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है। 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराने जा रहे हैं। यह समारोह मंदिर निर्माण की पूर्णता का प्रतीक होगा। यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि राम मंदिर के भव्य निर्माण की सफलता का प्रतीक है और अयोध्या के विकास को एक नई गति देने वाला माना जा रहा है।
कार्यक्रम की मुख्य बातें
तिथि: 25 नवंबर 2025 (विवाह पंचमी के शुभ दिन)।
समय: ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त सुबह 11:58 बजे से दोपहर 1:00 बजे के बीच निर्धारित किया गया है, जिसके दौरान पीएम मोदी बटन दबाकर ध्वज फहराएंगे।
आयोजन का महत्व: इस ध्वजारोहण के बाद, मंदिर का मुख्य निर्माण कार्य पूरी तरह से समाप्त माना जाएगा। अभी तक भक्त केवल गर्भगृह और पहले तल तक ही दर्शन कर पाते हैं, लेकिन इसके बाद पूरे मंदिर परिसर को आम भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा।
उपस्थित विशिष्ट अतिथि
यह समारोह विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में होगा, जिसमें लगभग 6,000 से 8,000 लोगों को आमंत्रित किया गया है।
मुख्य उपस्थिति: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल होंगे।
अन्य अतिथि: फिल्म जगत से अमिताभ बच्चन और खेल जगत से सचिन तेंदुलकर जैसी कई बड़ी हस्तियों के साथ-साथ प्रमुख संत, साधु और मंदिर निर्माण से जुड़े इंजीनियर व कारीगर भी आमंत्रित हैं।
निमंत्रण: मंदिर ट्रस्ट ने उन प्रमुख व्यक्तियों को भी आमंत्रित किया है जो जनवरी 2024 में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। अतिथियों को 24 नवंबर तक अयोध्या पहुंचने का अनुरोध किया गया है।
आम जनता के लिए प्रवेश बंद
सुरक्षा के कड़े इंतजामों और विशिष्ट कार्यक्रम के कारण, 25 नवंबर को सुबह 9 बजे के बाद रामलला के दर्शन आम भक्तों के लिए पूरी तरह से बंद रहेंगे। आम श्रद्धालु 26 नवंबर से दोबारा दर्शन कर सकेंगे। प्रधानमंत्री के प्रवास को देखते हुए सुरक्षा के अत्यंत कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें ड्रोन और सीसीटीवी से पूरे शहर की निगरानी की जाएगी।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
