शिक्षक के प्रति विश्वास और सम्मान से ही प्राप्त की जा सकती है शिक्षा

punjabkesari.in Monday, Jan 15, 2018 - 03:27 PM (IST)

मन को वश में कर लो और जो भी काम कर रहे हो उसको ध्यान से मन लगाकर करो। खंडित मन से मंदिर में न जाएं। पूरी श्रद्धा से मंदिर जाओगे तो लाभ होगा। —सुधांशु महाराज 


ऐसा जीवन जीओ कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो लोग उस पर विश्वास न करें। —जगजीत सिंह भाटिया, नूरपुर बेदी (रोपड़)

 

शांति की शुरूआत मुस्कुराहट के साथ होती है।


जिसने प्रभु को अपना दिल दे दिया वह दुनिया से कभी उम्मीद नहीं करता।


एक अच्छे इंसान का संकेत है कि वह हमेशा दूसरों की अच्छाई देखता है।


जहां अभिमान होता है वहां अपमान की फीलिंग जरूर आती है।


सहन करने से साहस और गुण स्वत: आ जाता है।


यदि मनुष्य सुखी होना चाहता है तो कोई उसे दुखी नहीं कर सकता।


अपनी कमजोरियां पुरुषार्थ को कठिन बना देती हैं।


हमारे संकल्प वही हों जिनसे अपना और दूसरों का कल्याण हो।


सदा याद रहे कि दुआ कभी साथ नहीं छोड़ती और बद्दुआ कभी पीछा नहीं छोड़ती।


शिक्षक के प्रति विश्वास और सम्मान अर्जित कर ही शिक्षा प्राप्त की जा सकती है। द्वेष भाव भूल कर संयमित हो सफलता की ऊंचाइयों को छूना है। 


मां को सजगता के साथ बेटी की परवरिश करनी चाहिए। मां-बेटी का आत्मीयता का रिश्ता होता है। बेटी सुलझे दिमाग की है तो वह अपने परिवार को अच्छे ढंग से चला सकती है। —अमृता साधना 

—अमरनाथ भल्ला, लुधियाना
 


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