Parama Ekadashi: आज बनेंगे दुर्लभ संयोग, इन उपायों को करने से कंगाल भी बन जाएगा धनवान
punjabkesari.in Saturday, Aug 12, 2023 - 06:45 AM (IST)

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Parama Ekadashi 2023: सनातन धर्म में वैसे तो साल भर में 24 एकादशी मनाई जाती हैं लेकिन अधिक मास होने के कारण इस वर्ष 2 एकादशी और बढ़ गई हैं। अधिक मास में पड़ने वाली एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है क्योंकि यह 3 साल बाद एक बार मनाई जाती है। आज 12 अगस्त को बहुत ही दुर्लभ संयोग में परमा एकादशी मनाई जा रही है। आज शनिवार, एकादशी, अधिक मास और सावन मास एक साथ हैं। जिस कारण इसकी महत्वता और भी बढ़ गई है। इसका मतलब आज के दिन पूजा और व्रत करके भगवान विष्णु, शनि देव और महाकाल को एक साथ प्रसन्न किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं, आज के दिन कौन से उपाय करने चाहिए।
Do this remedy today आज करें ये उपाय
आज के दिन परमा एकदशी की कथा पढ़नी या सुननी चाहिए। कहते हैं कि इसका श्रवण करने से दरिद्रता से छुटकारा मिलता है। विष्णु सहस्त्रनाम, श्री सूत्तक और भगवद्गीता का पाठ करना पुण्य लाभ देता है और दिल की सभी हसरतों को पूरा करता है।
आज के दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ शनिदेव की भी आराधना जरूर करें। ॐ शं शनैश्चराय नमः का जप करते-करते न्याय के देवता शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करें।
इसी के साथ सावन का पावन माह भी चल रहा है तो भगवान शिव से जुड़े उपाय करके भी श्री हरि को खुश किया जा सकता है। शिवलिंग पर जल अथवा पंचामृत चढ़ाते समय हरि ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
एकादशी के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना बहुत शुभ होता है। लक्ष्मी-नारायण की कृपा प्राप्त करने के लिए आज के दिन पीपल के पेड़ की 7 परिक्रमा करते हुए कच्चा सूत लपेटें। इस उपाय को करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
कहते हैं आज के दिन जरूरतमंदों की सहायता करने से भाग्य का साथ मिलता है। इसलिए हो सके तो अपनी क्षमता अनुसार गरीबों को भोजन कराएं।
संतान की कामना रखने वाले इस मंत्र का जाप करें-
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते देहि में तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः
Do not do this work today आज न करें ये काम
एकादशी के दिन भूलकर भी काले कपड़े न पहनें। ऐसा करने से भगवान रुष्ट हो जाते हैं।
दरवाजे पर आए किसी भी भिखारी को खाली हाथ न जाने दें। अपनी क्षमता अनुसार कुछ न कुछ तो जरुर दान करें।
सूर्योदय से पहले उठें, अगर ऐसा नहीं हो पाता तो दोपहर को बिल्कुल न सोएं और ज्यादा से ज्यादा भगवान की आराधना करें।
परमा एकादशी का दिन 3 साल में एक बार आता है इसलिए आज के दिन पूजा-पाठ करके भगवान को बहुत ही आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। जो व्यक्ति सच्चे मन और आस्था के साथ ये व्रत रखता है। जगत के पालनहर्ता कभी भी उसे खाली हाथ वापिस नहीं भेजते।