पापमोचनी एकादशी 2022: रात को करें इन मंत्रों का जाप, जीवन में होगी शत्रुओं की कमी

punjabkesari.in Saturday, Mar 26, 2022 - 04:44 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है, 28 मार्च को इस वर्ष की पापमोचनी एकादशी पड़ रही है। धर्म ग्रंथों के अनुसार एकादशी तिथि के दिन विधि वत रूप से विष्णु भगवान के पूजन का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन श्री हरि विष्णु की पूजा करना श्रेष्ठ होता है व इनकी अराधना से अनेक प्रकार की इच्छाएं पूरी होती हैं। तो वहीं इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा करना भी लाभदायक होता है। कि कि धर्म शास्त्रों के अनुसार श्री कृष्ण श्री हरि विष्णु का ही एक अवतार है।  शास्त्रों में श्री कृष्ण की पूजन विधि के अलावा इन को समर्पित ऐसे कई मंत्रों के बारे में बताया गया है, जिनके जाप मात्र से श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है। तो वहीं इन मंत्रों की शक्ति को दर्शाते हुए शास्त्रों में वर्णन किया गया है कि अगर किसी व्यक्ति पर कोई आपदा या बिकता पड़ गई हो और उसे उससे बचने का कोई तरीका दिखाई ना दे रहा हो तो केवल इन मंत्रों के जाप से उसकी समस्याएं टल सकती हैं। चलिए देर न करते हुए जानते हैं श्रीकृष्ण को समर्पित इन शक्तिशाली दो अधिक मंत्रों के बारे में-

जिस व्यक्ति को कोई आप तैयार इतागी रहे हो उसे श्री कृष्ण शरणम ममः  मंत्र का जाप करना चाहिए।

शांति और मोक्ष पाने की कामना करने वाले व्यक्ति को ॐ ह्रषीकेशाय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।

जिस व्यक्ति के जीवन में शत्रु के कारण अशांति फैली हो ॐ क्लीं ह्रषीकेशाय नमः मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।

भक्ति और वैराग्य पाने के लिए प्रातः दिन व खास तौर पर गुरुवार के दिन ॐनमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।

जीवन में सौभाग्य वृद्धि ऐश्वर्या और क्लेश निवारण के लिए ॐ ऐं श्री क्लीं प्राण वल्लभाय सोः सौभाग्यदाय श्री कृष्णाय स्वाहा मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।

महिलाओं को संतान प्राप्ति के लिए ॐ देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते मंत्र का जाप करना चाहिए।

इसके अलावा बता दें कि ॐ नमो नारायण मंत्र का जाप किसी भी वक्त किया जा सकता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस मंत्र का जाप करने से समस्त प्रकार की समस्याओं का निदान खुद ब खुद हो जाता है।

इस बात का ध्यान रखें इन मंत्रों का जाप केवल तुलसी की माला से ही करें तथा जमीन मंत्रों का जाप कर रहे हो भगवान श्री कृष्ण के चित्र के आगे शुद्ध घी का दीपक धूप में वेद आदि लगाएं तथा पूर्वा विमुख या उत्तर विमुख होकर इस मंत्र का जाप 


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Content Writer

Jyoti

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