Neem Karoli Baba: सफलता का द्वार बंद कर देती हैं ये छोटी-छोटी गलतियां, जानिए नीम करौली बाबा की सीख
punjabkesari.in Wednesday, Jun 04, 2025 - 09:54 AM (IST)

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Neem Karoli Baba: नीम करौली बाबा, जिन्हें दुनिया भर में प्रेम से महाराज जी के नाम से जाना जाता है, एक अद्भुत संत और आध्यात्मिक गुरु थे। बाबा का जीवन सादगी, भक्ति और गहरी आत्मिक दृष्टि का प्रतीक था। उन्होंने अपने प्रवचनों और मौन शिक्षा के माध्यम से यह बताया कि कैसे कुछ आदतें इंसान को जीवन में आगे बढ़ने से रोक देती हैं और अगर उन्हें समय रहते सुधारा न जाए, तो व्यक्ति एक ही जगह पर ठहर जाता है।
अहंकार
बाबा के अनुसार अहंकार सबसे बड़ी बाधा है। जब व्यक्ति सोचने लगता है कि मैं ही सबसे ज्यादा जानता हूँ या मेरे बिना कुछ नहीं हो सकता, तो वह आत्मविकास का मार्ग बंद कर लेता है। अहंकार आत्मा और ईश्वर के बीच की सबसे बड़ी दीवार है। नीम करौली बाबा ने हमेशा विनम्रता को सबसे बड़ी शक्ति माना।
आलस्य
बाबा कहते थे कि आलस्य सबसे बड़ा दुश्मन है। जो व्यक्ति काम को कल पर टालता है या अपने जीवन में अनुशासन नहीं रखता, वह कभी स्थायी सफलता नहीं पा सकता। आलस्य केवल शरीर का नहीं, बल्कि विचारों और निर्णयों का भी होता है।
दूसरों को दोष देना
बाबा हमेशा कहते थे अपने कर्मों की जिम्मेदारी लो। जो व्यक्ति हर असफलता के लिए दूसरों को दोषी ठहराता है, वह खुद के विकास की संभावना खो देता है। ऐसा इंसान कभी यह नहीं समझ पाता कि गलती कहां थी और सुधार कैसे किया जाए।
क्रोध और प्रतिक्रिया
क्रोध न केवल मानसिक शांति को नष्ट करता है बल्कि रिश्तों और निर्णयों को भी बिगाड़ता है। बाबा मानते थे कि क्रोध अज्ञानता का रूप है। जब व्यक्ति खुद को या परिस्थितियों को नहीं समझ पाता, तो वह प्रतिक्रिया में क्रोधित हो जाता है।
अविश्वास और डर
जो व्यक्ति हर समय परिणाम को लेकर डरा रहता है, या खुद पर विश्वास नहीं करता, वह कभी पहल नहीं कर पाता। नीम करौली बाबा का कहना था जब तुम प्रेम में हो, तो डर कैसे रह सकता है ? उन्होंने विश्वास और भक्ति को सबसे बड़ी ताकत बताया।