Narak Chaturdashi 2025: इस बार कब है नरक चतुर्दशी ? 19 या 20 अक्टूबर, जानिए सही तारीख और शुभ मुहूर्त
punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 06:00 AM (IST)

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Narak Chaturdashi 2025: पंचांग के अनुसार, नरक चतुर्दशी का त्यौहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस त्यौहार के मुख्य अनुष्ठान, जैसे कि अभ्यंग स्नान, सूर्य उदय से पहले करने का विधान है। तिथि की शुरुआत और समाप्ति को देखते हुए, अधिकांश धार्मिक विद्वानों और पंचांगों के अनुसार, नरक चतुर्दशी का पर्व 20 अक्टूबर 2025, सोमवार को मनाया जाएगा क्योंकि मुहूर्त इसी दिन सूर्योदय से पहले मान्य है।
Narak Chaturdashi 2025 Date & Muhurat तिथि एवं मुहूर्त
चतुर्दशी तिथि प्रारंभ- 19 अक्टूबर 2025, दोपहर 01:51 बजे
चतुर्दशी तिथि समाप्त- 20 अक्टूबर 2025, दोपहर 03:44 बजे
Significance of Narak Chaturdashi नरक चतुर्दशी का महत्व
नरक चतुर्दशी को अलग-अलग नामों से जाना जाता है और इसका महत्व भी बहुत गहरा है:
नरकासुर वध: पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी राक्षस नरकासुर का वध किया था और उसकी कैद से 16,000 महिलाओं को मुक्त कराया था। यह बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
रूप चौदस: इस दिन स्नान से पहले शरीर पर उबटन लगाने का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इससे व्यक्ति को सौंदर्य और निरोगी काया प्राप्त होती है।
यमराज की पूजा: इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा की जाती है और घर के मुख्य द्वार पर सरसों के तेल का एक चार मुखी दीपक दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जलाया जाता है। यह परिवार को अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति दिलाने और नरक जाने से बचाने के लिए किया जाता है।
शुभ योग
20 अक्टूबर 2025 को नरक चतुर्दशी के दिन कुछ शुभ योग भी बन रहे हैं, जो इस दिन को और भी फलदायी बनाते हैं:
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04:44 बजे से 05:34 बजे तक।
विजय मुहूर्त- दोपहर 01:59 बजे से 02:45 बजे तक
शिववास योग- चतुर्दशी तिथि पर इस योग का होना बहुत शुभ माना जाता है।
नरक चतुर्दशी के दिन करें ये काम
शाम के समय घर के सभी सदस्य स्नान करके तैयार हो जाएं।
घर के मुख्य द्वार पर सरसों के तेल का चार मुखी दीपक जलाएं।
इस दीपक को घर के बाहर, दक्षिण दिशा की ओर मुख करके रखें। यह दिशा यमराज की मानी जाती है।
यह दीपक यमराज को समर्पित होता है, जिससे अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।