Muni Shri Tarun Sagar: भाग्य है तो सब कुछ है
punjabkesari.in Wednesday, Jan 18, 2023 - 09:55 AM (IST)
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महापुरुष दयाशील होते हैं
श्री राम जी का जन्म हुआ तो सब खुश हुए, पर चंद्रमा रोने लगा। श्री राम ने पूछा, ‘‘तुम क्यों रोते हो?’’
चंद्रमा ने कहा, ‘‘आप सूर्यवंश में पैदा हुए इसलिए सूर्य खुश है। मुझे तो दर्शन होंगे नहीं फिर मेरा उद्धार कैसे होगा?’’
श्री राम को दया आ गई। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा जन्म भले ही सूर्यवंश में हुआ है पर कोई मुझे राम सूर्य नहीं कहेगा। मैं आज से तुम्हारा नाम धारण करता हूं। लोग मुझे रामचंद्र ही कहेंगे।’’ महापुरुष बड़े दयाशील होते हैं। उनकी दया के लिए यह जरूरी है कि हम उन्हें दिल से याद करें।
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भाग्य है तो सब कुछ है
कुंती पांडवों के साथ वनवास पर थीं। वन की कुछ महिलाओं ने कहा, ‘‘हमें कुछ सीख दीजिए।’’
कुंती ने कहा, ‘‘देखो तुम स्त्री हो, पुत्रों को जन्म दोगी लेकिन भाग्यवान पुत्र को जन्म देना।’’
महिलाओं ने कहा, ‘‘मतलब?’’
कुंती बोलीं, ‘‘इन मेरे पुत्रों को देखो। ये शूरवीर हैं, धुरंधर हैं, पराक्रमी हैं, फिर भी जंगल में ठोकरें खा रहे हैं क्योंकि ये भाग्यवान नहीं हैं। मेरी एक सीख है तुम भाग्यवान पुत्रों को जन्म देना। भाग्य है तो सब कुछ है। भाग्य नहीं तो बुद्धि, पुरुषार्थ, पराक्रम सब कुछ व्यर्थ है।’’