Mauni Amavasya 2020: कब पड़ रही है साल की पहली अमावस्या, जानें स्नान का शुभ मुहूर्त
Thursday, Jan 16, 2020 - 01:58 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
24 जनवरी, 2020 को इस साल का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन होने जा रहा है। जिसके बारे में हमने आपको अपनी वेबसाइट के जरिए बता दिया। जिसमें हमने आपको बताया कि साल की प्रारंभिक माह में होने जा रहा ये परिवर्तन किस राशि में हो रहा व इसका सबसे ज्यादा प्रभाव किस राशि पर पड़ेगा। इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए जानने के लिए यहां क्लिक करें यहां।
जहां एक तरफ़ ये दिन इसलिए खास माना जा रहा है कि क्योंकि इस दिन साल को प्रमुख अमावस्यों में से एक ही, जी हां आप सही समझ रहे हैं कि 24 जनवरी को मौनी अमावस्या मनाई जाती हैं। जो प्रत्येक वर्ष माघ माह में आती है। जैसे कि हमने आपको अपनी वेबसाइट के जरिए बताया ही है इस माह में गंगा स्नान आदि का अधिक महत्व है। ठीक वैसे ही अमावस्या तिथि के दिन भी पावन नदियों में स्नान तथा दान करना बहुत लाभदायक माना जाता है।
पौराणिक ग्रंथों में माघ महीने के किए वर्णन से इसकी महत्वता का पता चलता है। क्योंकि इसमें किए उल्लेख के अनुसार इस मास की अमावस्या से द्वापर युग का शुभारंभ हुआ था। कथाओं के अनुसार माघ मास के ठीक मध्य में आने वाली अमावस्या जिसे मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है का विशेष महत्व है। ऐसा मान्यताएं प्रचलित हैं इस दिन गंगा का जल अमृत बन जाता है। यही कारण है कि मौनी अमावस्या जिस कुछ लोग माघी अमावस्या भी कहा जाता है, को बहुत ही खास माना गया है। इसके अलावा इस दिन इस दिन मौन व्रत भी किया जाता है और दिन भर भगवान का ध्यान किया जाता है।
यहां जानें मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त
अमावस्या तिथि प्रारम्भ- सुबह 2 बजकर 17 मिनट से (24 जनवरी 2020)
अमावस्या तिथि समाप्त- अगले दिन सुबह 3 बजकर 11 मिनट तक (25 जनवरी 2020) मौनी
प्रत्येक अमावस्या का महत्व
शास्त्रों में अमावस्या के दिन दान-पुण्य करना अधिक फलदायी बताया है। इससे जुड़ी एक मान्यता के अनुसार इस दिन मनु ऋषि का जन्म हुआ था जिस कारण इस दिन को मौनी अमावस्या के रूप में भी मनाया जाता है। तो वहीं शास्त्रों में ये भी कहा गया है कि माघ मास में पूजन-अर्चन व नदी स्नान करने से भगवान नारायण को प्राप्त किया जा सकता है। कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो इस दिन गंगा स्नान करने के लए किसी पावन नदी या घाट पर नहीं जा पाते, उनके लिए कहा जाता है वो अपने स्नान के पानी में थोड़ा-सा गंगा जल मिलाकर तीर्थों का आह्वान करते हुए स्नान कर सकते हैं। इसके अलावा इस दिन सूर्यनारायण को अर्घ्य देना भी लाभदायक माना जाता है।
मौनी अमावस्या के दिन क्या करें-
इस पावन दिन नर्मदा, गंगा, सिंधु, कावेरी सहित अन्य पवित्र नदियों में स्नान, दान, जप, अनुष्ठान करना चाहिए। इसके अलावा इस दिन ब्रह्मदेव और गायत्री का भी पूजन करना फलदायी होता है तथा 108 बार तुलसी परिक्रमा करने से भी शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो वहीं जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमज़ोर हो उन्हें गाय को दही और चावल खिलाएं, इससे मानसिक शांति प्राप्त होगी। मौनी अमावस्या के दिन तेल, तिल, सूखी लकड़ी, कंबल, गरम वस्त्र, काले कपड़े, जूते दान करना चाहिए। जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा नीच का हो, उन्हें दूध, चावल, खीर, मिश्री, बताशा दान करना चाहिए।