1 अक्टूबर को मां वैष्णो देवी की परिक्रमा के लिए कटड़ा से निकलेगा स्थानीय लोगों का जत्था

punjabkesari.in Saturday, Sep 24, 2022 - 08:55 AM (IST)

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कटड़ा (अमित): त्रिकूट पर्वत पर विराजमान मां वैष्णो देवी के दर्शनों की आशा मन में लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु प्रतिदिन वैष्णो देवी में नमन के लिए पहुंचते हैं। इन श्रद्धालुओं की यात्रा को अधिक आकर्षित बनाने के उद्देश्य से स्थानीय लोगों द्वारा जिला प्रशासन, श्राइन बोर्ड प्रशासन, पर्यटन विभाग व ट्रेवल एसोसिएशन के सहयोग से त्रिकुटा पर्वत की परिक्रमा का प्लान बनाया जा रहा है। जोकि यात्रा हेतु आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी काफी आकर्षण का केंद्र रहेगा।

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यह जानकारी पूर्व पर्यटन मंत्री स्थानीय शहरी जुगल किशोर शर्मा द्वारा पत्रकारों से बात करते हुए दी गई। उन्होंने बताया की इस परिक्रमा के लिए स्थानीय लोगों का पहला जत्था 1 अक्टूबर को ट्रेवल एसोसिएशन के साथ कटड़ा से निकलेगा। शर्मा ने कहा कि शास्त्रों के अनुसार किसी भी धार्मिक स्थल  पर यात्रा करने के दौरान परिक्रमा की विशेष महत्वता रहती है। मां वैष्णो देवी  त्रिकूट पर्वत पर विराजमान होने के कारण वैष्णो देवी की परिक्रमा होना कुछ मुश्किल था। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों  द्वारा जारी लगातार प्रयासों व श्राइन बोर्ड, जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग के सहयोग से त्रिकुटा पर्वत की परिक्रमा के लिए पहला जत्था 1 अक्टूबर को निकलने जा रहा है। 

इस संबंध में एक बैठक का आयोजन शुक्रवार को कटड़ा में हुआ। जिसमें कस्बे के वरिष्ठ नागरिकों सहित होटल एसोसिएशन व ट्रैवल एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा भाग लिया गया। जिसमें इस यात्रा को सफल बनाने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा अपने-अपने सुझाव दिए गए।

त्रिकुटा पर्वत पर विराजमान मां वैष्णो देवी धाम की परिक्रमा के लिए 1 अक्टूबर को निकलने वाला पैदल जत्था कटड़ा से निकल कर रियासी से होकर टोट, सुखाल घाटी, जंगल गली से होते हुए जिला उधमपुर के मुतल गांब में निकलेगा। इस दौरान भंमाग के लोग इन लोगों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान परिक्रमा में शामिल लोग डुग्गर के सांस्कृतिक नृत्य सहित वह के रहन-सहन से भी रूबरू हो। 98  किलोमीटर इस सफर के दौरान परिक्रमा में शामिल लोगों को पैदल सहित घोड़े की मदद से इस सफर को तय करना होगा।

अमित शर्मा
poloelex77@gmail.com

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Content Writer

Niyati Bhandari

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