Dharmik Sthan: इस प्राचीन देवी मंदिर के दर्शनों को विदेशों से आते हैं लोग

punjabkesari.in Friday, Apr 23, 2021 - 06:52 PM (IST)

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चैत्र नवरात्रि का पर्व चाहे खत्म हो गया हो परंतु हमारी वेबसाइट पर आपको समय-समय पर देशभर में स्थित तमाम देवी मंदिरों के बारे में जानकारी देते रहते हैं। इसी कड़ी को बरकरार रखते हुए हम आपको बताने जा रहे हैं ऐतिहासिक शक्तिपीठ जो बरवाला के बनभौरी गांव में माता भ्रामरी देवी मंदिर के नाम से स्थित है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है कि यहां परिसर में 24 घंटे अखंड ज्योति प्रजवल्लित रहती है। नवरात्रों के दौरान यहां लोगों की अधिक भीड़ देखने को मिलती है। कहा जाता है न केवल देश में बल्कि विदेशों से भी लोग इस प्राचीन मंदिर के दर्शनों को आते हैं। इसके अलावा छठ पर्व पर श्रद्धालु इनके विशेष पूजा अर्चना करते हैं। लोक मान्यता के अनुसार माता भ्रामरी देवी मंदिर लगभग 400 साल पुराना है। ऐसी मान्यताएं प्रचलित हैं कि इस स्थल पर माता भ्रामरी देवी व अष्टभुजी माता महिषासुर वर्धनी की मूर्तियां धरती से ही प्रकट हुई थी। कहते हैं ब्रहृमचारी, जिनके वंशज आज भी मंदिर की सेवा कर रहे हैं, उनकी मूर्ति भी यहां स्थापित है। 

अति प्रचलित मान्यताओं वाला इस मंदिर की अधिक मान्यता है। कहा जाता है यहां धागा बांधकर मन्नत मांगने से हर कामना पूरी होती है। यहां श्रद्धालु अपने बच्चों का मुंडन संस्कार कराते है। तो वहीं वर्षों पुरानी परंपराओं के अनुसार यहां नव-विवाहित जोड़ों द्वारा माता का आशीर्वाद लिया जाता है।  वर्ष में आने वाले चारों नवरात्रि अष्टमी और नवमी को कढ़ाई चढ़ाई जाती है। देवी रूपक कंजकों कन्याओं को भोजन कराकर यथाशक्ति दक्षिणा देकर उनसे आशीर्वाद लिया जाता है। मंदिर में धरती से प्रकट हुई मूर्तियों के अलावा भी अन्य मूर्तियां स्थापित की गई है। इसमें मां काली, भैरों बाबा, राधा-कृष्ण, हनुमान व शिव परिवार शामिल है। यहां पूर्ण विधि विधान के अनुसार ब्रहृमचारी के वंशज कौशिक परिवार से है। वहीं मन्नत मांगने व मन्नत का धागा बांधने के लिए दरबार के पीछे एक विशेष स्थान बना हुआ है।


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Content Writer

Jyoti

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