Margashirsha amavasya: आज इस विधि से करें पूजा, दैवीय शक्तियां होंगी मेहरबान
punjabkesari.in Tuesday, Dec 12, 2023 - 08:23 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Margashirsha amavasya 2023: आज मंगलवार दी॰ 12.12.23 को मार्गशीर्ष अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। शास्त्रों में मार्गशीर्ष अमावस्या को अगहन अमावस्या भी कहा गया है। इस अमावस्या का महत्व कार्तिक अमावस्या के समान है। अगहन अमावस्या को श्रीकृष्ण व लक्ष्मी पूजन करने का विधान है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पितृ के कार्य विशेष रूप से किए जाते हैं तथा यह दिन पूर्वजों के पूजन हेतु विशेष माना गया है। विष्णु पुराण के अनुसार मार्गशीर्ष अमावस्या के विशेष पूजन, स्नान, उपाय व उपवास से पितृगण के साथ-साथ ब्रह्मा, इंद्र, रुद्र, सूर्य, अग्नि व समस्त भूत प्राणीयों को भी तृप्ती मिलती है तथा पितृ दोष, संतानहीन योग व राहू दोष से छुटकारा मिलता है तथा मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन मंगलवार होने के कारण विशेष योग बन रहा है।
मंगलवार का दिन संकट हरण हनुमान जी को समर्पित है। शनि को भी यह दिन अधिक प्रिय है। मार्गशीर्ष अमावस्या का दिन संकटों के समाधान के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन दैवीय शक्तियां अपने भक्तों पर कृपा बरसाकर उन्हें कष्टों से मुक्ति दिलवाती हैं।
Margashirsha Amavasya Puja vidhi मार्गशीर्ष अमावस्या पूजा विधि: हनुमान जी, श्रीकृष्ण, मां लक्ष्मी व शनि देव का संयुक्त रूप से विधिवत पूजन करें, तिल के तेल का दीप करें, चंदन से धूप करें, पीपल के पत्ते चढ़ाएं। रोली, चंदन व सिंदूर चढ़ाएं। तिल, जौ व अक्षत चढ़ाएं। खीर का भोग लगाएं व 1-1 माला इन विशिष्ट मंत्रों का जाप 108 बार करें। इसके बाद भोग किसी ब्राह्मण को दे दें।
Lakshmi puja mantra लक्ष्मी पूजा मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं माया-पुर्यै नमः॥
Krishna puja mantra कृष्ण पूजा मंत्र: ॐ क्लीं कमला-नाथाय नमः॥
Shani puja mantra शनि पूजा मंत्र: शं शनैश्चराय कर्मकृते नमः॥
Do these remedies on Margashirsha Amavasya मार्गशीर्ष अमावस्या पर करें यह उपाय
राहू दोष से मुक्ति हेतु 4 सिक्के जल प्रवाह करें।
संतानहीनता से मुक्ति हेतु दंपत्ति कृष्ण मंदिर में कटहल चढ़ाएं।
संकटों के समाधान हेतु सरसों का तेल लगी गुड़ की रोटी काले कुत्ते को खिलाएं।
संकटों का समाधान करने के लिए शनि मंदिर में बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।