Mahashivratri: महाशिवरात्रि पर लगी भक्तों की भीड़, किया जलाभिषेक

punjabkesari.in Saturday, Mar 09, 2024 - 08:19 AM (IST)

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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): राजधानी दिल्ली मंदिरों व शिवालयों में शुक्रवार को महाशिवरात्रि की धूम रही। शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लम्बी-लम्बी कतारों में देखे गए। सुबह से ही राजधानी के कई मंदिरों में लोग सुबह से ही शिवालयों के बाहर नजर आए। मंदिरों में हर हर महादेव के उद्घोष सुनायी दिए। तड़के सुबह से ही पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार स्थित गुफा वाले शिव मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिये श्रद्धालु शिव भक्तों की लम्बी कतार देखी गई। श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करके पूजा-अर्चना की। राजधानी में प्रसिद्ध मंदिरों में से एक और सबसे ऊंची शिवजी की प्रतिमा के नाम से मशहूर महिपालपुर के शिव मंदिर से महाशिवरात्रि के अवसर पर लोगों की भीड़ उमड़ी। 

इस दौरान भक्त देवाधिदेव महादेव के दर्शन करने के लिए लाइन में लगे दिखे और हर-हर महादेव के जयकारों से माहौल शिवमय हो गया। देवाधिदेव महादेव की उपासना के पावन पर्व महाशिवरात्रि पर दिल्ली के अलग-अलग इलाके में स्थित शिव मंदिरों में बच्चे, नौजवाव सहित हर उम्र के लोग जलाभिषेक के लिए लंबी लाइन में लगे रहे, साथ ही साथ कई जगहों पर भंडारे का भी आयोजन किया गया। दिल्ली समेत एनसीआर के भी सभी शिवालयों को फूलों सजाया गया है। भगवान भोलेनाथ के भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिला। देवों के देव महादेव भगवान शिव की आराधना के लिए मंदिर में सुबह ही भक्त पहुंचने शुरू हो गए थे। मंदिरों में लोगों ने जहां  पूजा अर्चना  की वहीं, मंदिर प्रशासन द्वारा  शिव-पार्वती की वर माला की रस्म अदा की जाएगी। इसके साथ ही रात 10 बजे से लोगों ने शिव चर्चा व शिव जागरण का आयोजन किया। मंंदिरों व शिवालयों को जगमग लाइटों से सजाया गया था। साथ ही भगवान शिव का विशेष श्रृंगार किया गया तथा शिव बारात निकाली गई। जाएगी। शिवालयों चार अलग-अलग पहर में पूजा हुई एवं दिनभर मंदिर में भंडारा चलता रहा। विभिन्न मंदिर  शिवालयों में भीड़ को संभालने के लिए वालंटियर तैनात थे। 

श्रद्धालुओं ने द्वादश ज्योतिर्लिंग पर भी जलाभिषेक किया। दिल्ली का यह एक अकेला मंदिर है जहां पर सभी ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए जाते हैं। रात दस बजे से लेकर सुबह चार बजे तक अलग-अलग पहर में भगवान शंकर की विशेष पूजा अर्चना की गई। मंदिरों मे भगवान शिव को सोने व हीरे के जेवर पहनाए गए। श्रद्धालुओं ने शिवालयों जलाभिषेक के लिए जल, दूध सहित दूसरी सभी पूजन सामग्री का इस्तेमाल किया।


 


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Content Writer

Niyati Bhandari

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