श्रावण महीने के पहले सोमवार पर शाही ठाठ से निकली महाकालेश्वर की सवारी
punjabkesari.in Tuesday, Jul 19, 2022 - 03:40 PM (IST)
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उज्जैन: मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में श्रावण महीने के पहले सोमवार के अवसर पर आज भगवान महाकालेश्वर की सवारी परंपरागत मार्ग से निकली। विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणमुखी भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में श्रावण माह के पहले दिन आज सोमवार को सवारी नगर भ्रमण पर अपने भक्तों को दर्शन देने के लिये परम्परागत मार्ग से निकाली गयी। पालकी में भगवान श्री मनमहेश के स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देने के लिये नगर भ्रमण पर निकलें। भगवान की सवारी मन्दिर से अपने निर्धारित समय शाम 4 बजे निकली और मन्दिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान को सलामी (गाडर् ऑफ ऑनर) दी।
भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण भादो मास में निकलने वाली सवारी के क्रम में आज पहली सवारी धूमधाम से परंपरागत मार्ग से निकली। सवारी निकलने के पूर्व सभा मंडप में कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा सपत्नीक मन महेश का पूजन अर्चन किया गया। पूजन पंडित घनश्याम पुजारी द्वारा करवाया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष माखन सिंह ,जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, नवनिर्वाचित महापौर मुकेश टटवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। सवारी परम्परागत मार्ग से होकर रामघाट पहुंची।
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रिमझिम बारिश के बीच रामघाट पर विधि-विधान से बाबा महाकाल की पालकी का पूजन हुआ और मनमहेश का जलाभिषेक किया गया। पूजन श्री महाकालेश्वर मन्दिर के पुजारी पं. आशीष गुरू एवं अन्य पुरोहितों द्वारा करवाया गया। भगवान की पालकी मन्दिर से निकलने के बाद महाकाल रोड, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाड़ी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहां शिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जायेगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मन्दिर, सत्यनारायण मन्दिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी।