महाकुंभ में अब तक 62 करोड़ श्रद्धालुओं का पहुंचना सदी की दुर्लभतम घटना: योगी
punjabkesari.in Monday, Feb 24, 2025 - 08:37 AM (IST)
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आगरा (एजैंसी): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि प्रयागराज के महाकुंभ में अब तक 62 करोड़ श्रद्धालु आ चुके हैं और एक निश्चित समयावधि के दौरान इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एकत्र होना अपने आप में सदी की दुर्लभतम घटनाओं में से एक है।
आगरा में ‘यूनिकॉर्न कंपनीज कॉन्क्लेव' (यूनिकॉर्न कंपनियों का सम्मेलन) में मुख्यमंत्री योगी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘मैं इसे स्टार्टअप की दुनिया का यूनिकॉर्न महाकुंभ कह सकता हूं। इस समय महाकुंभ के प्रति आकर्षण है।''
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए यह महत्वपूर्ण है। आज जब मैं ब्रज भूमि में आया हूं जिसके पीछे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि रही है। लंबे काल खंड से इसने भारत की सभ्यता और संस्कृति को प्रभावित किया है। योगी ने कहा कि कल ही प्रयागराज से आया और आज इस ‘सम्मेलन' के बाद उन्हें पुन: प्रयागराज पहुंचना है। मुख्यमंत्री योगी ने महाकुंभ में इस बार आने वाले श्रद्धालुओं की चर्चा करते हुए कहा कि महाकुंभ में अब तक 62 करोड़ श्रद्धालु आ चुके हैं। योगी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि दुनिया के अंदर किसी भी आयोजन (चाहे वह अध्यात्म से जुड़ा हो या किसी भी तरह के पर्यटन से संबंधित हो) में एक निश्चित कालखंड के दौरान इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एकत्र होना और उस आयोजन के साथ एकजुट होना, अपने आप में सदी की दुर्लभतम घटनाओं में से एक है।''
इस पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि उप्र में उनकी सरकार को इसे आयोजित करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री और प्रसिद्ध गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब कुंभ की बात करते हैं तो कुंभ का इतिहास हमें इस बात पर सोचने के लिए मजबूर करता है कि भारत में प्राचीन काल से इस तरह के आयोजन की व्यवस्था थी। योगी ने कहा कि यह सोचा गया होगा कि जब एक समय ऐसा भी आएगा कि भारत का व्यक्ति अपनी परंपरा और अपनी संस्कृति से कटा हुआ महसूस करेगा तो उन्हें जोड़ने का कुंभ माध्यम बनेगा।
युवा नौकरी देने वाला बनने पर दें ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि उप्र के प्रयागराज, उत्तराखंड के हरिद्वार, मध्यप्रदेश के उज्जैन और महाराष्ट्र के नासिक (त्र्यंबकेश्वर) समेत कुल चार पवित्र स्थानों पर कुंभ का आयोजन होता है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के युवा नौकरी देने वाला बनने पर ध्यान दें। पहले उप्र में अवसर नहीं थे, लेकिन प्रतियोगी छात्रों ने ‘आइडिया' पर काम किया है। जो पहले टेक्नोलॉजी में आगे थे, वह स्टार्टअप में भी आगे हैं।''
योगी ने तारीफ करते हुए कहा कि विकास के इंजन के तौर पर युवाओं ने प्रेरणा के रूप में काम किया है। हर क्षेत्र में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘2019 में बुंदेलखंड प्रवास के दौरान पांच महिलाएं मेरे पास आईं। उन्होंने नौकरी की मांग की, किसी ने बताया कि वे पांचवीं पास हैं।”
योगी ने कहा, ‘‘इस पर राज्य सरकार ने पहल करते हुए ‘दुग्ध उत्पादक संगठन' का गठन किया गया,उनको प्रशिक्षण दिलाया और फिर कार्य प्रारंभ कराया गया। आप आश्चर्य करेंगे कि आज उनका ‘टर्नओवर' 1500 करोड़ का है और इससे 42 हजार महिलाएं जुड़ी हैं। लेकिन इससे भी अच्छा कार्य आगरा का ‘दुग्ध उत्पादक संगठन' कर रहा है।''
उप्र कृषि ही नहीं बल्कि सनातन-ज्ञान व परंपरा की भूमि
मुख्यमंत्री ने कहा कि उप्र केवल कृषि ही नहीं, बल्कि सनातन-ज्ञान और परंपरा की भूमि है। निवेश को बढ़ावा देने को लेकर यहां सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें देशभर की यूनिकॉर्न कंपनी के लोग विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन (1000 अरब) अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यस्था वाला राज्य बनाने के प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘स्टार्टअप की संस्कृति को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नया आयाम दिया है। पहले व्यवस्था के प्रति विश्वास नहीं था।