Maa Ashapuri temple- माता वैष्णो देवी का रुप हैं मां आशापूरी, करें दर्शन
punjabkesari.in Saturday, Feb 19, 2022 - 11:26 AM (IST)
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Maa Ashapuri temple- देवभूमी हिमाचल पावन और पवित्र मानी गई है इसलिए ये देवी-देवताओं के प्रिय स्थानों में से एक है। हिमाचल अपनी प्रकृतिक सुंदरता और मनोहरी दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यहां बहुत ही अच्छे पर्यटक स्थान हैं, जिनकी सुंदरता पर्यटकों के मन को मोह लेती है तभी तो हिमाचल को प्रकृति का खजाना भी कहा जाता है। आज भी हिमाचल की भूमी यहां के धार्मिक स्थानों की वजह से ही पूरे भारत वर्ष में माननीय है। जिनमें से एक है पालमपुर का मां आशापुरी मंदिर।
नागवन के सबसे ऊंचे धौलाधार श्रृंखला के शिखर पर पंचरुखी के पास चंगर की वादियों में एक पहाड़ की चोटी पर मां आशापुरी विराजमान हैं। यहां के लोगों का मानना है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से दर्शन के लिए आते हैं, मां उनकी मनोकामनाएं जरूर पूर्ण करती हैं।
Maa Ashapuri mandir Himachal pradesh: कांगड़ा जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों में से एक मां आशापुरी मंदिर का निर्माण पांडवों ने उस समय करवाया जब वे आज्ञातवास के दौरान हिमाचल प्रदेश आए थे। 16वीं सदी में इस मंदिर का निर्माण कटोच वंशज के सुप्रसिद्ध राजा मान सिंह ने करवाया था। मंदिर में पहुंचने वाले भक्तों को यहां आकर स्वर्ग जैसे आनंद का अनुभव होता है।
Mata Ashapuri Temple Architect- यह मंदिर हमेशा से ही अपनी बेजोड़ कलाकृति के लिए हिमाचल में चर्चित रहा है। आशापूरी मंदिर एक ऐतिहासिक स्थान भी है, जिस वजह से इस मंदिर को पुरातत्व विभाग की देख-रेख में रखा गया है। मंदिर के अंदर मां तीन पिंडियों के रूप में विराजमान हैं।
मां आशापुरी को माता वैष्णो देवी का रुप माना जाता है। जिसके साथ ही यहां और देवी-देवताओं की भी पुरानी पत्थर से बनी हुई मूर्तियां हैं। मंदिर से कुछ दूरी पर एक गुफा में बाबा भेड़ू नाथ के दर्शन भी होते हैं। जहां आकर लोग अपने पशुओं की रक्षा के लिए बाबा से मन्नतें मांगते हैं। मंदिर के आस-पास बहुत ही मनमोहक दृश्य देखने को मिलते हैं। यहां की हरी-भरी पहाड़ियां और छोटी नदियां मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगा देती हैं और दर्शनों के बाद आपको स्वर्ग सा अनुभव होता है।
Best time to visit Maa Ashapuri temple- मां आशापुरी मंदिर हिमाचल की वादियों में स्थित है। मंदिर में दर्शनों के लिए जाने का सही समय जनवरी और मार्च के दौरान है। अप्रैल से अक्टूबर के समय में यहां दिन के समय मौसम बहुत गर्म होता है और सर्दियों में यहां बहुत ही ज्यादा ठंड पड़ती है।
How to reach Ashapuri temple- कुछ समय पहले मंदिर के पास बहुत कम लोगों का आना-जाना होता था लेकिन जैसे-जैसे मंदिर की प्रसिद्धि बढ़ रही है वैसे वैसे लोग मंदिर के आसपास बसने शुरु हो गए हैं। मंदिर जाने के लिए आप अपने निजी वाहन या टैक्सी करके भी जा सकते हैं परंतु कुछ पैदल रास्ता भी है जो सीढ़ीयों के रास्ते आपको तय करना होगा। सीढ़ीयों की यात्रा के लिए यहां आपको कोई सवारी सुविधा नहीं मिलेगी।