Lucky-Unlucky Numbers: अंकों से जुड़े हैं अंधविश्वास, 13 नंबर को माना जाता है मनहूस !

punjabkesari.in Tuesday, Dec 20, 2022 - 06:35 AM (IST)

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Superstitious Numbers Around the World: यह वाकई बड़ी अजीब बात है कि अंकों के साथ कितने वहम जोड़े जाते हैं। उदाहरण के लिए हर तीन का अंक मनहूस माना जाता है इसलिए तीन आदमी मिल कर कोई काम आरंभ नहीं करते, या तो वे दो होते हैं या चार। तीन के अंक का विचार आते ही ‘तीन काने’ का ख्याल आता है। हालांकि, तीन का अंक इतना फिजूल या बेकार नहीं। हिन्दू त्रिमूर्ति में तीन बड़े देवता ब्रह्मा, विष्णु और महेश जबकि ईसाइयों की त्रिमूर्ति परमात्मा, परमात्मा का बेटा और होली घोस्ट पर आधारित है। शंकर भगवान के तीन नेत्र हैं। उनमें से तीसरा नेत्र जो माथे में है, जब खुलता है तो प्रलय आ जाती है।

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Why is 7 a superstitious number: सात का अंक जादू के साथ जोड़ा जाता है। मंत्र को सात बार पढ़कर किसी चीज की सफलता के लिए प्रार्थना की जाती है। पुराने समय में जो राजा हुआ करता था, उसकी सदा सात रानियां हुआ करती थीं।

जब ‘परिवार कल्याण’ अस्तित्व में नहीं आया था, सात बच्चों को बड़ा भाग्यशाली समझा जाता था। यूरोप में तेरह का अंक अत्यंत अशुभ समझा जाता है। कहते हैं इस वहम की शुरूआत इस प्रकार हुई थी कि यीशू मसीह ने सलीब पर लटकाए जाने से पहले अपने बारह शिष्यों के साथ अंतिम खाना खाया था। उसके बाद उनके एक शिष्य, जिसके नाम के तेरह अक्षर थे, ने उन्हें धोखा देकर शत्रुओं के हवाले कर दिया था। उस दिन से तेरह का अंक अत्यंत मनहूस समझा गया।

Unlucky number 13: कोई व्यक्ति होटल के कमरा नम्बर तेरह में ठहरना पसंद नहीं करता, बल्कि बहुत से होटलों में तेरह नम्बर का कमरा ही नहीं होता। इसी प्रकार कोई बीमारी नहीं चाहता कि उसे किसी अस्पताल में तेरह नम्बर के कमरे में रखा जाए। उसका ख्याल होता है कि उसकी वहां अवश्य मौत हो जाएगी।

महीने की तेरह तारीख को कोई नया काम आरंभ नहीं किया जाता क्योंकि यह समझ लिया जाता है कि उसमें सफलता प्राप्त नहीं होगी। कोई व्यक्ति तेरह तारीख को विवाह नहीं करना चाहता। कुछ लोग इस बात के पक्ष में हैं कि तेरह का अंक वाकई मनहूस है। बड़े-बड़े ऐतिहासिक उदाहरण दिए जाते हैं।

उदाहरण के लिए ‘कार्बूजियर’, जिसने चंडीगढ़ शहर की योजना तैयार की थी, उसने किसी सैक्टर का नाम तेरह नहीं रखा, प्रसिद्ध फ्रांसिसी उपन्यासकार ‘विक्टर ह्यूगो’ को हर समय इस अंक का डर लगा रहता था।

1971 में एक अंतर्राष्ट्रीय अभियान माऊंट एवरैस्ट को जीतने के लिए चलाया गया। उसमें तेरह देशों के नागरिक शामिल हुए, मगर वे अपने मिशन में बुरी तरह असफल रहे।

Superstitions about numbers: हैरानी की बात यह है कि विज्ञान के आश्चर्यजनक विकास के बावजूद अभी तक लोग वहमों से मुक्ति नहीं पा सके। इकलाब के अनुसार : गाह मिरी निगाह-ए-तेज, चीर गई दिल-ए-वजूद। उलझ के रह गई, मेरे तवहहुमात (अंधविश्वास) में।

अब भी यदि किसी बैठक में अंकों का जिक्र छिड़ जाए तो लोग आपको इनके बारे में अजीबो-गरीब किस्से सुनाते हैं। यदि उनसे कहा जाए कि यह केवल संयोग है तो उन्हें विश्वास नहीं होता।

कोई व्यक्ति कहता है मैंने पांच तारीख को विवाह किया था, इसलिए मेरे यहां पांच लड़कियां पैदा हुईं (उससे यह कहने को जी चाहता है कि शुक्र है आपने इकत्तीस तारीख को शादी नहीं की)।

कोई और कहता है कि मैं जो चीज भी महीने की सात तारीख या ग्यारह तारीख को खरीदता हूं, वह निकम्मी सिद्ध होती है। उनसे भी यह पूछने को दिल चाहता है जब आपको यह मालूम है तो आप इन तारीखों को चीज खरीदते ही क्यों हैं ? और कोई कहता है यदि मैं पहली, चौथी, आठवीं या बारहवीं तारीख को दफ्तर में लेट आऊं, जरूर पकड़ा जाता हूं (इन साहब को यह मशविरा दिया जा सकता है कि आप इन तारीखों की बजाय कोई और चार तारीखों पर लेट आया करें)।

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Content Writer

Niyati Bhandari

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