King Ashwapati story: महान योद्धा अश्वपति के आगे झुका सिकन्दर का सिर, पढ़ें रोचक कथा

punjabkesari.in Sunday, Apr 23, 2023 - 09:22 AM (IST)

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King Ashwapati story: सम्राट पोरस से युद्ध करने के बाद सिकन्दर की सेना ने आगे बढ़ने से इंकार कर दिया, उस समय सिकन्दर ने सोचा आसपास के छोटे राज्य ही क्यों न हासिल कर लिए जाएं ? उसकी कुदृष्टि रावी नदी के तट पर बसे अश्वपति के राज्य पर पड़ी। सिकन्दर ने अश्वपति की वीरता की गाथाएं पहले ही सुन रखी थीं, इसलिए उसने मुकाबले की अपेक्षा छल से रात में अश्वपति पर आक्रमण कर दिया।

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अश्वपति के सैनिकों को सिकन्दर के सिपाहियों ने छलपूर्वक हरा दिया। महाराज अश्वपति बंदी बना लिए गए। सिकन्दर ने अश्वपति के शौर्य की परीक्षा लेने के इरादे से उसे बंधन मुक्त कर दिया और संधि कर ली। इस खुशी में दोनों नरेशों का एक सम्मिलित दरबार आयोजित किया गया। अश्वपति अपने खूंखार लड़ाका कुत्तों के लिए विश्व विख्यात थे, चार कुत्ते हमेशा अश्वपति के साथ रहते थे। जब वह दरबार में पहुंचे तब वे कुत्ते भी उनके साथ थे। सिकन्दर ने उनके पहुंचते ही व्यंग्य किया, ‘‘महाराज ये भारतीय कुत्ते हैं ?’’

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अश्वपति ने तुरन्त उत्तर दिया, ‘‘हां ये छिपकर आक्रमण नहीं करते, शेरों से भी मैदान में लड़ते हैं।’’

यह सुनकर सिकन्दर ने शेर और कुत्तों की लड़ाई का आयोजन कराने का निर्देश दिया। प्रबंध होते ही शेर और दो कुत्तों की लड़ाई छिड़ गई। शेर ने कुत्तों को लहूलुहान कर दिया, पर कुत्तों ने भी शेर के छक्के छुड़ा दिए। शेष दो कुत्ते भी छोड़ दिए गए। कुत्तों ने उसके शरीर में ऐसे दांत चुभाए कि शेर आहत होकर वहीं गिर पड़ा।

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सिकन्दर ने युद्ध जीत लिया था पर इस यथार्थ के आगे वह अपना सिर झुकाए बैठा था। ऐसे थे भारतीय वीर अश्वपति जिन्होंने अपनी शान को कभी झुकने न दिया और सिकन्दर तक को सिर झुकाने पर मजबूर कर दिया।

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Content Writer

Niyati Bhandari

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