Ganesh Chaturthi: अनूठा है ‘खजराना गणपति मंदिर’, आप भी करें दर्शन
punjabkesari.in Monday, Aug 29, 2022 - 06:20 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के खजराना में स्थित प्रसिद्ध मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है। यहां मांगी मन्नत पूरी होने के बाद भक्तजन भगवान गणेश की प्रतिमा की पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाते हैं और उन्हें मोदक का भोग लगाते हैं।माना जाता है कि औरंगजेब से गणेश मूर्ति की रक्षा करने के लिए उसे एक कुएं में छिपा दिया गया था। इसके बाद 1735 में कुएं से मूर्ति निकालकर मंदिर का निर्माण किया गया। मंदिर का निर्माण 1735 में होलकर वंश की महारानी अहिल्या बाई ने करवाया था। मान्यताओं के अनुसार, श्रद्धालु इस मंदिर की 3 परिक्रमा करते हैं और दीवार पर धागा बांधते हैं। मंदिर में भक्तों की सबसे अधिक भीड़ बुधवार के दिन होती है।
खजराना गणेश मंदिर परिसर में 33 छोटे-बड़े मंदिर बने हैं। यहां भगवान राम, भगवान शिव, मां दुर्गा, साईं बाबा, हनुमान जी सहित अनेक देवी-देवताओं के मंदिर हैं। मंदिर परिसर में पीपल का एक प्राचीन पेड़ भी है। इस पेड़ के बारे में मान्यता है कि ये मनोकामना पूर्ण करने वाला पेड़ है। देश के सबसे धनी गणेश मंदिरों में खजराना गणेश मंदिर का नाम सबसे पहले आता है।
1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं । अपनी जन्म तिथि अपने नाम , जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर वाट्स ऐप करें
यहां भक्तों की ओर से चढ़ाए हुए चढ़ावे के कारण मंदिर की कुल चल और अचल संपत्ति बेहिसाब है। हर साल मंदिर की दानपेटियों में से विदेशी मुद्राएं भी अच्छी-खासी संख्या में निकलती हैं।मंदिर में सोने, हीरे और अन्य बहुमूल्य रत्नों का नियमित दान दिया जाता है। गर्भगृह की बाहरी और ऊपरी दीवार चांदी की बनी है। इस पर विभिन्न मनोदशाओं और उत्सवों की चित्रकारी भी है। भगवान गणेश की आंखें हीरे की बनी हैं। मंदिर में भक्तों के लिए नि:शुल्क भोजन की भी व्यवस्था है और हजारों की संख्या में लोग यहां हर रोज भोजन करते हैं।