Kanya Pujan Vastu Tips: कंजक पूजा करने से पहले पढ़ें ये जरुरी Information
punjabkesari.in Wednesday, Oct 09, 2024 - 12:05 PM (IST)
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Kanya Pujan Vastu Tips on Ashtami or Navami 2024: कंजक पूजा, विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान मनाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण पूजा है, जिसमें कन्याओं का सम्मान किया जाता है। इस दिन कन्याओं को देवी का रूप मानकर उनकी पूजा की जाती है। इस पूजा का सही तरीके से आयोजन करने के लिए दिशा का ध्यान रखना आवश्यक है। कंजक पूजा का आयोजन सावधानी से करने से उसका महत्व और बढ़ जाता है। दिशा का सही चयन, स्वच्छता, और कन्याओं के प्रति सम्मान का भाव इस पूजा की आत्मा हैं। इस दिन की सभी गतिविधियां देवी की आराधना और कन्याओं के प्रति आदर प्रकट करने के लिए होती हैं। इस तरह इस महत्वपूर्ण पूजा का सही तरीके से आयोजन करके हम अपनी श्रद्धा और भक्ति को प्रकट कर सकते हैं।
Direction for seating the Kanjak कंजक को बिठाने की दिशा
कंजक पूजा में कन्याओं को बैठाने के लिए उत्तर या पूर्व दिशा का चयन करना सर्वोत्तम होता है। ये दिशा सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। यदि संभव हो तो कन्याओं को एकत्रित करते समय उन्हें एक साफ-सुथरे स्थान पर बिठाएं, जिससे पूजा का वातावरण पवित्र और सम्मानित बना रहे।
Directions for decorating the temple during Kanjak Puja कंजक पूजा में मंदिर सजाने की दिशा
पूजा स्थल को सजाने के लिए भी दिशा का महत्व है। मंदिर को पूर्व दिशा की ओर सजाना सबसे अच्छा होता है। इस दिशा में सजाए गए मंदिर का अभिप्राय है कि देवी की कृपा हमेशा आपके परिवार पर बनी रहेगी। सजावट में फूल, दीपक, और रंगोली का उपयोग करें। रंगोली को मुख्यतः दरवाजे के पास या पूजा स्थल के चारों ओर बनाना चाहिए, जिससे नकारात्मक ऊर्जा दूर रहे और घर में सकारात्मकता का संचार हो।
Direction of keeping Prasad in Kanjak Puja कंजक पूजन में प्रसाद रखने की दिशा
प्रशाद रखने के लिए भी दिशा का ध्यान रखना जरूरी है। प्रशाद को उत्तर दिशा में रखना बेहतर होता है। इससे यह माना जाता है कि उत्तर दिशा से देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और प्रशाद का महत्व बढ़ता है। प्रशाद में आमतौर पर सूजी के हलवे, चने, मीठे चावल, और अन्य विशेष व्यंजन शामिल होते हैं, जिन्हें कन्याओं को भेंट किया जाता है।
Other important things in Kanjak Puja कंजक पूजा में अन्य महत्वपूर्ण बातें
सफाई का ध्यान: पूजा स्थल को अच्छी तरह से साफ करना और उसके आसपास की जगह को स्वच्छ रखना आवश्यक है। स्वच्छता से पूजा का माहौल बेहतर होता है।
कन्याओं की संख्या: कंजक पूजा में आमतौर पर 9 कन्याओं का पूजन किया जाता है, जो नवरात्रि के नौ दिन के साथ जुड़ा हुआ है।
मंत्रों का जाप: पूजा के दौरान देवी के मंत्रों का जाप करना चाहिए, जिससे पूजा का प्रभाव और भी बढ़ता है।
भोजन का महत्व: पूजा के बाद कन्याओं को भोजन कराना और उन्हें उपहार देना न भूलें। इससे उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।