धर्मशास्त्र के अनुसार, कौन कर सकता है माता-पिता न होने पर लड़की का कन्या दान?
punjabkesari.in Monday, Nov 10, 2025 - 03:25 PM (IST)
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Kanya DaanTradition: हिंदू धर्म में कन्या दान को अत्यंत पवित्र और पुण्यकारी माना जाता है। परंपराओं के अनुसार, आमतौर पर कन्या दान माता-पिता द्वारा ही किया जाता है। लेकिन सवाल उठता है कि अगर किसी लड़की के माता-पिता न हों, तो उसका कन्या दान कौन कर सकता है? ऐसी स्थिति में धर्मशास्त्रों में यह मार्गदर्शन मिलता है कि लड़की के अत्यंत करीबी पुरुष संबंधी या संभालने वाले व्यक्ति को यह अधिकार होता है। तो आइए जानते हैं कि जिसके माता-पिता न हों उस लड़की का कन्या दान कौन कर सकता है।

जिस लड़की के माता-पिता न हों उसका कन्यादान कौन कर सकता है?
संबंधी रिश्तेदार
यदि लड़की के माता-पिता नहीं हैं, तो उसके चाचा-चाची, दादा-दादी या अन्य करीबी संबंधी कन्या दान कर सकते हैं। इन रिश्तेदारों का दान करने का अधिकार माता-पिता के समान माना जाता है।
गुरु या धर्मगुरु
अगर कोई करीबी रिश्तेदार उपलब्ध नहीं हैं, तो गुरु, पंडित या कोई धार्मिक मार्गदर्शक भी कन्या दान कर सकते हैं। वे धार्मिक उत्तरदायित्व और आध्यात्मिक मार्गदर्शन के आधार पर यह दान कर सकते हैं।

समाज या समुदाय के वरिष्ठ व्यक्ति
कभी-कभी समाज या ग्राम के मान्यवर व्यक्ति भी कन्या दान कर सकते हैं, ताकि लड़की का भविष्य सुरक्षित हो और धार्मिक कृत्य पूर्ण हो।
धर्मशास्त्रों में यह स्पष्ट किया गया है कि कन्या दान का उद्देश्य केवल लड़की को सम्मान और सुरक्षित विवाह दिलाना है। इसलिए यदि लड़की के माता-पिता नहीं हैं, तो उसका दान करने वाले व्यक्ति को सद्भाव, धर्म और जिम्मेदारी के साथ यह कार्य करना चाहिए। इस प्रकार, माता-पिता के बिना भी कन्या दान संभव है और इसे निभाने का जिम्मा परिवार, गुरु या समाज के जिम्मेदार व्यक्तियों पर आ जाता है।

