Inspirational Context: एक छोटी सी घटना जो सिखा गई बुजुर्गों की दुआओं का महत्व
punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 12:35 PM (IST)

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Inspirational Context: एक पिता ने अपने पुत्र को कुछ धन देकर बाजार से फल खरीदने भेजा। उन्होंने उसे समझाया कि फल बढ़िया और किसी अच्छी दुकान से ही खरीद कर लाए। बाजार में फलों की एक से एक अच्छी दुकानें थीं।
ऐसे में उनका पुत्र तय नहीं कर पाया कि वह फल कहां से खरीदें ? कुछ देर बाद जब वह घर लौटा, तो उसके पिता यह देखकर हैरान रह गए कि वह तो खाली हाथ ही घर वापस आ गया।
पिता ने पुत्र से पूछा, “बेटे, मैंने तो तुम्हें फल खरीदने भेजा था लेकिन तुम बिना फल लिए ही वापस आ गए। ऐसा क्यों ?”
पुत्र बोला, “पिता जी, मैं खाली हाथ नहीं आया। मैं तो अपने साथ एक अमर फल लेकर आया हूं।”
पुत्र की बात सुनकर पिता हैरान हुए और पूछा, “तुझे क्या हो गया है ? ऐसी बातें क्यों कर रहा है ? भला अमरफल भी कहीं होता है ?”
पुत्र बोला, “पिता जी, फल खरीदने मैं जब बाजार गया तो वहां मैंने एक बुजुर्ग को भूख से छटपटाते हुए देखा। मुझसे देखा नहीं गया। फलों की दुकानें सजी हुई थीं, मैंने उस धन से उस बुजुर्ग को भरपेट भोजन करा दिया।”
पुत्र ने बताया, “भोजन करने के बाद उस बुजुर्ग ने मुझे आशीर्वाद दिया। मुझे लगता है उसका आशीर्वाद किसी अमरफल से कम नहीं है।
आप ही बताइए कि बुजुर्ग का दिल से दिया हुआ आशीर्वाद क्या किसी अमरफल से कम है ?”
पुत्र का जवाब सुनकर पिता ने कहा, “बेटा, तेरी इस बात ने मुझे बहुत प्रभावित किया है। इंसान को हमेशा दूसरों का दुख-दर्द बांटना चाहिए।”