How to live a old age: बुढ़ापे को बनाना चाहते हैं खुशहाल तो इन बातों का रखें ख्याल
punjabkesari.in Wednesday, Oct 25, 2023 - 08:50 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
How to live a old age: सवाल यह पैदा होता है कि बुढ़ापे में जिया कैसे जाए क्योंकि बुढ़ापा अपने साथ कई बीमारियां और बहुत मुश्किलें लेकर आता है। बुढ़ापा खुद एक बीमारी है, कोई भी इंसान बुढ़ापे से अपना पिंड नहीं छुड़ा सकता। मेरे ख्याल में अगर कुछ बातों पर थोड़ा अमल किया जाए तो बुढ़ापा आसानी से बसर किया जा सकता है। सबसे पहले हर बुजुर्ग को अपनी आमदनी से कुछ न कुछ पैसे बचाकर अपने हाथ में जरूर रखने चाहिए, ताकि बुढ़ापे में उनकी माली हालत इतनी कमजोर न हो कि औलाद के सामने हाथ फैलाने की नौबत आए। हां, बुजुर्ग यह ख्याल जरूर रखें कि तमाम दौलत पर कब्जा इनके लिए कई मुश्किलें पैदा कर सकता है और बच्चों से दूरी का सबब भी बन सकता है। आज के दौर में पैसा ही रिश्तों में खटास पैदा कर रहा है। पैसे को ही मुख्य रखकर रिश्ते-नातों की पहचान और रुतबा दिया जाता है।
अगर आपने जीते जी वसीयत लिख दी है तो अच्छी बात है क्योंकि बच्चे अक्सर ताना देते हुए अपने माता-पिता को बार-बार यह एहसास दिलाने की कोशिश करते हैं कि मरने के बाद तो हर मां-बाप औलाद के लिए जमीन-जायदाद छोड़ जाते हैं। अगर कुछ देना ही है तो जीते जी क्यों नहीं हमारे नाम करते। इसके अलावा जिस्म की संभाल के लिए इन कुछ बातों पर अमल करना बहुत जरूरी है क्योंकि परमात्मा न करें अगर आप बिस्तर पर पड़ गए तो आप खुद तो दुखी होंगे ही और आपकी सेवा करने वाले भी अलग से परेशान होंगे। आज के मशीनी दौर में बच्चों के पास इतना वक्त नहीं है।
बाथरूम में जाते हुए पुरानी चप्पल का इस्तेमाल न करें क्योंकि फर्श गीला होने की सूरत में आपके फिसलने का खतरा ज्यादा रहेगा। इत्तेफाक से अगर आप फिसल कर गिर गए तो आपका कूल्हा या कोई अन्य हड्डी टूट सकती है, जिससे कई परेशानियां पैदा हो सकती हैं।
नहाने के बाद अंडरवियर पहनते हुए दीवार या वॉश बेसिन का सहारा जरूर लें इससे आपके जिस्म का संतुलन बना रहेगा।
बाजार में किसी काम से जाना हो तो हमेशा सड़क के किनारे-किनारे चले, बीच में चलते हुए हो सकता है कि कोई व्हीकल वाला आपको साइड मार जाए जिससे आपको चोट लग सकती है।
अपनी जेब में घर का पता और फोन जरूर रखें। शुगर वाले मरीजों के लिए यह बहुत जरूरी है।
जहां तक हो सके भारी-भरकम वजन उठाने से संकोच करें क्योंकि आपकी हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है। हड्डियों को विटामिन पहुंचाने के लिए सर्दियों में धूप का आनंद जरूर लें। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
कहावत है कि पुरानी किश्ती में चंद साल बाद छोटे-छोटे सुराख हो जाते हैं। इसी तरह 50-60 साल बाद जिस्मानी किश्ती में भी सुराख होने शुरू हो जाते हैं। अत: पुरानी किश्ती पर अगर वजन कुछ कम रखा जाए तो बेहतर है।