Janmashtami 2021: ब्रज में मची कान्हा के जन्मोत्सव की धूम, रोज नई झांकियों के होंगे दर्शन
punjabkesari.in Tuesday, Aug 10, 2021 - 12:19 PM (IST)

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Hindola Darshan In Banke Bihari Temple: 30 अगस्त को जन्माष्टमी का पावन पर्व आ रहा है। ब्रज में श्री कृष्ण जन्मोत्सव अलग ही धूम देखने को मिलती है। मंदिरों में बाल गोपाल के आगमन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। कल हरियाली तीज है। इस उपलक्ष्य में मथुरा, गोकुल, बरसाना और ब्रज के सभी मंदिरों में हिंडोले सजने लगे हैं। ठाकुर जी को झूला झुलाने की बेसब्री हर कृष्ण भक्त को होने लगी है।
Banke Bihari Temple: सावन के महीने में ब्रज भूमी में अलग ही उल्लास देखने को मिलेगा, रोज नई झांकियों के दर्शन होंगे। हिंडोलाें काे विभिन्न प्रकार के फलों, फूलों, मेवे, माेती, पवित्रा, लता-पता, जरी, मखमल, लहरिया, राखी, साेसनी, आसाेपालव, चुनरी आदि से सजाया जाएगा। इसमें मुख्य रुप से काली घटा के दर्शन होते हैं।
मान्यता के अनुसार ब्रज में हिंडाेले डालने की परंपरा पुष्टिमार्ग संप्रदाय से आरंभ हुई लेकिन वर्तमान समय में वैष्णव संप्रदाय की लगभग सभी शाखाओं नेे भी इसे अपना लिया है। पुष्टिमार्ग में श्रीकृष्ण काे आज भी बाल स्वरूप में पूजा जाता है।
Hariyali Teej: हरियाली तीज के अवसर पर वृन्दावन के श्रीबांकेबिहारी मंदिर में सोने-चांदी से बने हिंडोले में ठाकुर जी भक्तों को दर्शन देंगे। ब्रजभूमि में हिंडोला उत्सव का शुभ आरंभ होगा। लोक किवंदती के अनुसार सावन माह की रिमझिम फुहारों और इत्र की खुशबू से महकते वातावरण में ठाकुर जी अपनी इष्ट राधारानी और सखियों के संग हिंडोले में झूलते हैं। बांकेबिहारी मंदिर प्रशासन ने दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना गाइडलाइन का ध्यान रखने की हिदायत दी है।
Bankey Bihari Temple Vrindavan Timings: हरियाली तीज पर मंदिर मेें दर्शनों का समय सुबह 7 से दोपहर 12 बजे और शाम 4 से रात 12 बजे तक होगा। ठाकुर जी को हिंडोले पर सुबह 11 बजे विराजित किया जाएगा। बांके बिहारी मंदिर के अतिरिक्त राधाबल्लभ मंदिर, राधारमण मंदिर, राधा स्नेह बिहारी मंदिर, राधा दामोदर मंदिर, श्री कृष्ण बलराम मंदिर, प्रेम मंदिर आदि में भी ठाकुर जी के दर्शन होंगे।
Hariyali Teej Special Darshan: आज से लगभग 74 साल पहले ठाकुर जी सोने-चांदी से बने 6.16 करोड़ के हिंडोले में विराजित हुए थे। इस हिंडोले में लगभग 1000 तोला सोना, 2000 तोला चांदी और रत्न जड़े हुए हैं। इसकी कीमत औसतन 6.16 करोड़ रुपए होगी। मंदिर प्रबंधक के अनुसार इस हिंडोले को ठाकुर जी के लिए 1946 में सेठ हरगुलाल बेरीवाल ने बनवाया था। बनारसी कारीगर लल्लू ने 1 वर्ष तक नक्काशी कर साेने-चांदी की परत से 30 गुणा 40 फीट के इस हिंडाेले को सजाया था। इसके दोनों तरफ सखियों की छवि बनी है।
Shri Bankey Bihari Temple: हिंडाेले में विराजित करने से पहले ठाकुर जी को रेशम और सोने-चांदी के वर्क वाली हरे रंग के वस्त्र पहनाए जाते हैं। 15 अगस्त 1947 के दिन ठाकुर जी पहली बार इस हिंडोले पर विराजमान हुए, तब से लेकर आज तक इस परंपरा को फॉलो किया जा रहा है। हिंडोले के पीछे जगमोहन में ठाकुर जी के लिए सुंदर सेज सजाई जाती है, उस पर श्रंगार पिटारी रखी जाती है ताकि हिंडोले की हवा से उनका श्रृंगार खराब न हो जाए।